प्रयागराज, गंगाजल से निर्मित अगरबत्ती प्रयागराज से पूरी दुनिया में अपनी भारतीय संस्कृति की पहचान स्थापित करेगा।
सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने गुरूवार को यहां मंडलीय ग्रामोद्योग प्रशिक्षण केंद्र अनुवां द्वारा 15 दिवसीय कौशल सुधार योजना के तहत महिलाओं को अगरबत्ती निर्माण पैकिंग प्रशिक्षण आयोजित कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए कहा कि गंगाजल से निर्मित अगरबत्ती प्रयागराज से पूरी दुनिया में अपनी भारतीय संस्कृति की पहचान स्थापित कर विश्व की बड़ी कम्पनी अमेजॉन और ईबे से जोड़कर अगरबत्ती बनाने वाली समूहों की आय लाखों में होगी।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि गंगा जल से बनी अगरबत्ती प्रवासी या विदेशों में आध्यात्मिक और धार्मिकता की भावना जागृत होगी तो महिलाओं की आय बढ़ेगी। आत्मनिर्भरता की ओर शहर पश्चिमी महिलाओं को जीवन का नया आयाम स्थापित होगा। अगरबत्ती और मोमबत्ती बनाने की मशीनों का व्यवस्था कराकर रोजगार से जोड़ने का संकल्प है। दीपावली से पहले प्रयागराज के हर बाजार में ललिता शास्त्री स्नेही सेवा संस्थान द्वारा निर्मित अगरबत्ती होगी।
उन्होने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पहले कब्जा, अपराध,जाति की राजनीति और एक समुदाय का वर्चस्व रहा है, अभी तो मकान तोड़ दिखा रहा हूँ । कोई भी अपराधियों का संरक्षण करेगा वह भी बख्शा नहीं जाएगा। मैंने गद्दी माफियाओं को रद्दी बनाकर छोड़ने का संकल्प लिया है। “मैंने कहा कि विकास के लिए वोट दे,विकास मिलेगा मेरी नीति और नियत एकदम साफ है ,आप सब के सहयोग से शहर पश्चिमी का कायाकल्प हो रहा है।”
श्री सिंह ने कहा कि सार्वजनिक कार्य के लिए मैं सदैव तत्पर हूँ। उन्होने कहा पहले जाति के आधार पर लोग मत दिया करते थे तो कुछ नहीं मिला। पाल लोगों की किसी ने कोई खोज खबर नहीं ली जबकि पहले पाल विधायक थे जिन्होने पाल समाज के लिए कुछ नहीं किया। मैं भगवतपुर में पालों की दुर्दशा से रू-ब-रू हुआ। वही पर मैंने तय किया कि पाल समाज के लिए भेड़ के ऊन की इंडस्ट्री स्थापित कराकर एक से डेढ़ लाख रुपए की महीने आमदनी का सशक्तिकरण गांव के अंदर कराकर विकास का नया आयाम दिलाऊंगा। उन्होंने दावा किया कि दीपावली से पहले गांजा गांव में ऊन प्रोसेसिंग यूनिट का शिलान्यास होगा।
इस मौके पर मंडलीय अधिकारी अभय त्रिपाठी, उपायुक्त ए के चौरसिया,राम औतार यादव, जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी, रामकरण दुबे, बृजेश त्रिपाठी, काशी प्रसाद, इस्माइलपुर प्रधान बब्बू सिंह पटेल आदि मौजूद थे।