लखनऊ , पिछले एक सप्ताह से कोरोना संक्रमण की रफ्तार में बढ़ोत्तरी योगी सरकार के लिये परेशानी का सबब बनी हुयी है। लखनऊ,कानपुर,मेरठ,गाजियाबाद,झांसी और नोएडा में विशेषकर संक्रमण के नये मामलों की बाढ़ ने रिकवरी रेट के ग्राफ को झुकने को मजबूर किया है।
विशेषज्ञ इसके लिये लोगों के स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह रवैये के साथ मौसम में नमी के स्तर की बढोत्तरी को भी जिम्मेदार मान रहे हैं। सरकार ने संक्रमण की रफ्तार थामने के प्रयास के तहत जिलों में नोडल अफसरों की तैनाती की है और साथ ही आज दो सीएमओ को उनकी जगह से हटाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संक्रामक बीमारियों से निपटने के लिये स्वच्छता अभियान पूरे जोर शोर से करने के निर्देश दिये हैं।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार राज्य में अब तक 45 हजार 163 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की जा चुकी है जबकि इस बीमारी से उबरने वालों की संख्या 27 हजार 634 है। अब तक 1084 मरीजों की बीमारी से मृत्यु हो चुकी है। राज्य में फिलहाल 16 हजार 445 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। पिछले पखवाड़े राज्य में कोरोना की रिकवरी दर करीब 66 फीसदी थी जो अब घटकर 61 फीसदी रह गयी है।
उन्होने बताया कि काेरोना संक्रमण को हवा देने में लखनऊ,कानपुर,गाजियाबाद,नोएडा,झांसी और मेरठ मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं। लखनऊ में पिछले 24 घंटे में 151 नये मरीजों की पहचान की गयी है जिसके बाद यहां कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 2060 हो चुकी है जो राज्य में सबसे अधिक है वहीं राष्ट्रीय राजधानी से सटे गाजियबाद में आज 139 नये मरीज मिले। यहां अब 1560 मरीज अस्पतालों में भर्ती है।
सूत्रों ने बाया कि कानपुर में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 142 नये मरीज पाये गये है वहीं नोएडा मे 84,मेरठ में 54, वाराणसी में 65,जौनपुर में 55,झांसी में 71,मैनपुरी में 63,गोरखपुर में 60,सुल्तानपुर में 49 नये मरीज मिले हैं। कोरोना संक्रमण से मौतों के मामले में कानपुर खतरनाक स्थिति में है। यहां अब तक 110 कोरोना संक्रमितों की जान जा चुकी है वहीं आगरा में 96,मेरठ में 94 और गाजियाबाद में 63 मरीजों की मृत्यु हुयी है।
प्रदेश सरकार हर रोज कोरोना के हालात की समीक्षा कर रही है और आज इसी क्रम में कानपुर और बलिया के सीएमओ का तबादला कर दिया गया।