नई दिल्ली, देश में विश्व का सबसे बड़ा वयस्क टीकाकरण अभियान शुरू होने के पांच दिन बाद भारत ने पड़ोसी देश भूटान एवं मालदीव को कोविड के क्रमश डेढ़ लाख एवं एक लाख टीके आज भेजे।
सुबह मुंबई से भूटान के लिए स्पाइसजेट का एक विमान डेढ़ लाख टीके और दोपहर में मालदीव के लिए एक लाख टीके लेकर एयर इंडिया का एक विमान रवाना हुआ। ये कोविशील्ड टीके सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पुणे स्थित कारखाने में बनाये गये हैं।
भारत ने भूटान को कोविड-19 महामारी से मुकाबले के लिए शुरू से ही मदद दी है। भारत ने करीब दो करोड़ 80 लाख रुपए की पैरासीटामॉल, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, पीपीई किट, एन-95 मास्क, एक्सरे मशीन और टेस्ट किट भूटान काे उपलब्ध कराये हैं। भारत ने वंदे भारत मिशन के तहत विभिन्न देशों में फंसे भूटान के दो लाख से अधिक नागरिकों को स्वदेश पहुंचाया है।
इसी प्रकार से मालदीव की राजधानी माले भी एक लाख टीके पहुंच रहे हैं। ये टीके निशुल्क दिये गये हैं। मालदीव की आबादी पांच लाख है। इस प्रकार करीब बीस फीसदी आबादी को ये टीके उपलब्ध होंगे। इसके अलावा तीन लाख टीके वाणिज्यिक दरों पर दिये जाएंगे। कोविड महामारी के दौरान भारत ने मालदीव को नौसैनिक पोतों के माध्यम से 600 टन से अधिक खाद्य पदार्थ भेजे थे। भारत ने महामारी के प्रभावों से बचने के लिए मालदीव को 25 करोड़ डॉलर की सहायता स्वीकृत की। भारत ने मालदीव की पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को बल देने के लिए एयर बबल सेवा शुरू की जिससे मालदीव में भारतीय पर्यटकों की संख्या 60 हजार तक पहुंच गयी और मालदीव पर्यटन के लिए भारतीय नंबर एक पर्यटक हो गये हैं।