नयी दिल्ली , कोरोना वायरस के खिलाफ जंग मे भारत आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले इस साल जनवरी में जब देश-दुनिया में बढ़ने शुरू हुए, तब भारत इसकी जांच में प्रयुक्त होने वाले स्वाब के आयात पर निर्भर था लेकिन आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहे घरेलू निर्माता अब प्रतिदिन दो लाख स्वाब उत्पादित कर रहे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने यह जानकारी दी कि जनवरी 2020 में कोविड-19 के संक्रमण की जांच में इस्तेमाल होने वाले स्वाब के लिए देश आयात पर निर्भर था लेकिन अब देश में ही प्रतिदिन दो लाख स्वाब बनाये जा रहे हैं।
मंत्रालय ने यह भी बताया कि कोरोना टेस्टिंग किट भी पहले सिर्फ आयात होती थी लेकिन अब देश में टेस्टिंग किट भी बन रही है। फिलहाल 15 स्वदेशी निर्माण इकाइयां टेस्टिंग किट बना रही हैं।
वहीं कोरोना वायरस की रोकथाम और इलाज के लिये भारतीय कंपनी पतंजलि ने कोरोना दवा बनाने का दावा किया है। योग गुरू बाबा रामदेव ने कोरोना वायरस के इलाज का दावा करते हुए बाजार में कोरोनिल नाम की दवा उतारी है।
इसके अलावा भारी मात्रा मे सैनेटाईजर और मास्क अब भारत मे ही बन रहा है। अब स्थिति ये है कि भारत दूसरे देशों को सैनेटाईजर और मास्क निर्यात भी कर पा रहा है।