पूरी दुनिया को पछाड़ भारतीय रेलवे ने रचा इतिहास…..
December 7, 2018
नई दिल्ली, पूरी दुनिया को पछाड़कर भारतीय रेलवे ने इतिहास रच दिया है। भारतीय रेलवे ने पहली बार डीजल इंजन को इलेक्ट्रिक में बदलने का कारनामा कर दिखाया है। अब 2600 से 2700 हार्स पावर की क्षमता वाला डीजल इंजन 5 हजार से 10 हजार हार्स पावर वाले इलेक्ट्रिक इंजन में तब्दील हो जाएगा।
इस परियोजना पर 22 दिसंबर 2017 को काम शुरू किया गया था और नया इंजन 28 फरवरी 2018 को रवाना किया गया। डीजल इंजन को इलेक्टि्रक में बदलने का काम मात्र 69 दिनों में पूरा किया गया। रेलवे ने कहा है, ‘भारतीय रेलवे के मिशन 100 फीसद विद्युतीकरण और कार्बन मुक्त एजेंडे को ध्यान में रखते हुए डीजल इंजन कारखाना वाराणसी ने डीजल इंजन को नए प्रोटोटाइप इलेक्टि्रक इंजन में विकसित किया है। यह इंजन वाराणसी से लुधियाना भेजा गया था।
रेलवे ने डीजल इंजन का मिड लाइफ सुधार नहीं करने की योजना बनाई है। इसकी जगह इन इंजनों को इलेक्टि्रक इंजन में बदलने और कोडल लाइफ तक उनका इस्तेमाल करने का फैसला लिया है। रेलवे ने कहा है, ‘डीजल इंजनों को 18 साल से ज्यादा समय तक चलाने के लिए करीब पांच से छह करोड़ रुपये खर्च कर उसका मिड लाइफ सुधार अनिवार्य है और इसे टाला नहीं जा सकता। इस खर्च का केवल 50 फीसद ही डीजल इंजन को इलेक्टि्रक में बदलने में इस्तेमाल किया जाएगा। बदलने के बाद डीजल इंजन की 2700 हार्स पावर क्षमता की तुलना में 5000 हार्स पावर क्षमता वाला इलेक्टि्रक इंजन हो जाएगा।’ इससे रेलवे का ईधन खर्च बचेगा और कार्बन उत्सर्जन में भी कटौती होगी।