दुबई, कोलकाता नाइट राइडर्स के अबूझ कैरेबियाई स्पिनर सुनील नारायण के खिलाफ आईपीएल में संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन की शिकायत पर आईपीएल की संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन समिति ने उन्हें क्लीन चिट दे दी है।
आईपीएल ने रविवार को बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। नारायण पर मैदानी अम्पायरों ने किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मैच के बाद संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन की शिकायत की थी। आईपीएल की संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन की नीति के अनुसार नारायण को चेतावनी सूची में रखा गया था और उन्हें टूर्नामेंट में गेंदबाजी जारी रखने की अनुमति थी। लेकिन उनकी इस मामले में एक और शिकायत होने पर उन्हें गेंदबाजी करने से तब तक के लिए निलंबित कर दिया जाता।
कोलकाता ने इसको देखते हुए जोखिम नहीं उठाया और उन्हें पिछले कुछ मुकाबले से बाहर रखा। समिति ने नारायण की गेंदबाजी फुटेज की जांच की जिसमें पाया गया कि उनका कोहनी सीमा के दायरे में ही मुड़ी थी। नारायण को क्लीन चिट मिलने से कोलकाता ने राहत की सांस ली है।
आईपीएल ने बयान में कहा, “कोलकाता ने आईपीएल संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन समिति से नारायण के गेंदबाजी एक्शन का आधिकारिक आकलन करने का अनुरोध किया था। समिति ने ध्यानपूर्वक उनकी गेंदबाजी एक्शन के फुटेज की जांच की और इसके बाद इस नतीजे पर पहुंची है कि नारायण की कोहनी सीमा के तहत ही मुड़ी थी।”
बयान में कहा, “समिति नरायाण से कहना चाहती है कि वह आईपीएल में उसी तरह गेंदबाजी करें जैसा कि समिति के समक्ष पेश किया गया था। नारायण को फिलहाल आईपीएल के संदिग्ध एक्शन चेतावनी सूची से बाहर किया जा रहा है।” नारायण इससे पहले 2014 में भी अपने गेंदबाजी एक्शन को लेकर परेशानी में फंस चुके हैं। उनके खिलाफ 2014 चैंपियंस लीग में रिपोर्ट दर्ज की गयी थी जिसके कारण वह 2015 विश्वकप में नहीं खेल सके थे।
नारायण के गेंदबाजी एक्शन की 2015 आईपीएल के दौरान भी शिकायत की गयी थी और उस साल नवंबर में उन्हें गेंदबाजी करने से निलंबित कर दिया था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने अप्रैल 2016 में उनके एक्शन को क्लीन चिट दी थी लेकिन उन्हें उसी साल भारत में हुए टी-20 विश्वकप में बाहर रहना पड़ा था।