लखनऊ, यूपी मे पिछले करीब डेढ़ महीने से कोरोना संक्रमण से जूझ रहे चिकित्सक एवं मेडिकल स्टाफ, क्वारंटीन सेन्टर, टेस्टिंग से लेकर इलाज सब सरकारी खर्चे पर हो रहा है।
पिछले करीब डेढ़ महीने से चिकित्सक एवं मेडिकल स्टाफ को ड्यूटी के दौरान हर चार घंटे में करीब 1200 रूपये कीमत वाली निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट को बदलना होता है।
सहारनपुर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा बलजीत सिंह सौढ़ी ने बताया कि कोविड- 19 के मरीजो का इलाज करने वाले प्रत्येक डाक्टर और स्टाफ को प्रतिदिन दो पीपीई किट दी जाती है। एक किट की लागत 1200 रूपये के लगभग है। जिले के एक कोविड अस्पताल में कम से कम एक वक्त में दो ड्यूटी डाक्टर्स और 25 पैरामैडीकल स्टाफ तैनात रहता है जिसकी ड्यूटी हर आठ घंटे मेें बदल जाती है।
उन्होने बताया कि जिले मे अभी तक करीब 5500 कोरोना संदिग्धो को क्वारंटीन सेन्टर में रखा जा चुका है जहां पर उन्हे प्रतिदिन 250 रूपये का पौष्टिक भोजन और बिस्लेरी के पानी की बोतल दी जाती है। कम से कम 14 दिनों तक इन लोगो को क्वारंटीन सैन्टर या कोविड अस्पताल में रखा जाता है।
डा सोढ़ी ने बताया कि कोविड अस्पताल में ड्यूटी दे रहे डाक्टर्स को 500 रूपये की डायट दिये जाने का प्रावधान है।
उन्होंने बताया कि जांच के लिए लेबोरेटरी में भेजा जाने वाले एक सैम्पल की टेस्टिग लागत चार से पांच हजार रुपये आती है। टेस्टिंग से लेकर इलाज सब सरकारी खर्चे पर हो रहा है।
सहारनपुर में अभी कोरोना संक्रमित सक्रिय मरीजो की संख्या 72 है जो पिछले सप्ताह 191 थी। अभी तक 119 कोरोना पॉजिटिव लोग ठीक हो चुके हैं।