कानपुर , उत्तर प्रदेश के कानपुर में दो जुलाई को आठ पुलिस वालों के हत्यारे और पुलिस मुठभेड़ में मारे गये विकास के साथी जय बाजपेई और उसके एक दोस्त को पुलिस ने रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया ।
पुलिस ने जय पर घटना के दो दिन पहले विकास दुबे को दो लाख रुपये और 25 कारतूस देने के आरोप समेत कई धाराओं में देर रात नजीराबाद थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने कहा कि चार जुलाई को जय बाजपेई चार जुलाई को विकास को कानपुर से निकालने का प्रयास कर रहा था लेकिन पुलिस की सक्रियता के कारण सफल नहीं हो सका । बिकरू कांड के बाद एसटीएफ जय बाजपेई को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी।
15 दिन बाद रविवार की शाम वह सुरक्षित घर पहुंचा तो बखेड़ा खड़ा हो गया। देर रात पुलिस ने जय को दोबारा घर से हिरासत में लिया था। इसके बाद एसएसपी दिनेश कुमार पी ने नजीराबाद थाने पहुंचकर उससे पूछताछ की। पुलिस के अनुसार पूछताछ में सामने आया कि जय ने घटना के दो दिन पहले विकास दुबे को दो लाख रुपये और 25 कारतूस दिए थे। पुलिस की जांच में लाइसेंसी रिवाल्वर में 25 कारतूस की खरीद मिली लेकिन वह नहीं बता सका कि कारतूस कहां प्रयोग किए।