नयी दिल्ली, केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री नीतिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग नये डिजायन और रणनीति अपनाकर 5000 करोड रुपए का सालाना कारोबार कर सकता है।
श्री गडकरी ने यहां सिल्क, कपास और ऊन से निर्मित खादी के जूता – चप्पल उत्पाद की नयी श्रंखला ऑनलाइन जारी करते हुए कहा कि खादी आयोग को नये डिजाइनों, नये उत्पादों और नये बाजारों की ओर ध्यान देना चाहिए। कपड़े से निर्मित महिला बैग, रुमाल और अन्य उत्पादों की विदेशी बाजारों में भारी मांग है। खादी आयोग काे इसका फायदा उठाना चाहिए। विदेशों बाजारों में पहुंच बनाकर आयोग 5000 करोड़ रुपए का कारोबार कर सकता है।
इस अवसर पर मंत्रालय में राज्य मंत्री प्रताप चंद्र षडंगी ने कहा कि खादी की इस पहल से ग्रामीण क्षेत्र में काम कर रहे कलाकारों और शिल्पकारों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि इन जूता चप्पलों को बनाने में गुजरात के पटोला सिल्क, बनारसी सिल्क, मधुबनी चित्रकारी का सिल्क, खादी डेनिम, तसर सिल्क, मटका कटिया सिल्क, टवीड ऊन और खादी वस्त्र का इस्तेमाल किया गया है।
आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि भारतीय जूता बाजार 50 हजार करोड़ रुपए का है। खादी आयोग का लक्ष्य इसमें से एक हजार करोड के बाजार में कब्जा करने का है।