नयी दिल्ली, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता , मुंबई आदि महानगरों मे रहने वालों की फूड हैबिट्स के बारे मे बड़ा खुलासा हुआ है।
दिल्ली और अहमदाबाद दाल फ्राई, भरवां पराठा और मटन बिरयानी आदि पकवानों के रूप में ‘अतिरिक्त वसा’ के प्रतिदिन उपभोग के मामले में सात महानगरों की सूची में शीर्ष पर हैं जबकि हैदराबाद इस सूची में सबसे निचले स्थान पर है। हालिया सर्वेक्षण में ये तथ्य सामने आए हैं।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के सर्वेक्षण में सामने आया है कि पुरुष महिलाओं के मुकाबले ज्यादा वसा का सेवन करते हैं। अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता और मुंबई जैसे सात शहरों में पुरुष प्रतिदिन 34.1 ग्राम जबकि महिलाएं 31.1 ग्राम वसा का सेवन करती हैं।
अतिरिक्त वसा दाल फ्राई, चावल, भरा हुआ परांठा, चुड़वा, बिसी बेले भात (कर्नाटक में चावल से बनने वाला व्यंजन) और पुलियोधरई यानि इमली के चावल जैसे व्यंजनों में अधिक होता है। इस सर्वेक्षण में पाया गया कि मटन बिरयानी में चिकन बिरयानी या दाल से और मांसाहारी पकवानों से अधिक वसा होती है।
अध्ययन के मुताबिक जो लोग ज्यादा तला हुआ भोजन खाते हैं वे उन लोगों से अधिक अतिरिक्त वसा का सेवन करते हैं जो लोग उबला हुआ या कम तला हुआ खाना खाते हैं।
इसमें यह भी पाया गया कि सभी मांसाहारी पकवानों में अतिरिक्त वसा की मात्रा बहुत ज्यादा होती है।
यह सर्वेक्षण भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय पोषण संस्थान (आईसीएमआर-एनआईएन) ने राष्ट्रीय पोषण निगरानी ब्यूरो के अध्ययन (2015-16), आईसीएमआर-एनआईएन, हैदराबाद के आंकड़ा संचय के आधार पर किया है। इस विश्लेषण की अंतरराष्ट्रीय जीवन विज्ञान संस्थान-भारत (आईएलएसआई-भारत) ने पुष्टि की है।
आईएलएसआई-भारत के अध्यक्ष प्रोफेसर पी के सेठ ने बताया कि वसा उपभोग का स्तर दिल्ली और अहमदाबाद में काफी बढ़ा हुआ है जहां यह प्रत्येक व्यक्ति के लिए हर दिन क्रमश: 44.4 और 43.9 ग्राम है।
वहीं मुंबई और हैदराबाद में अतिरिक्त वसा का सेवन सबसे कम यानि प्रतिदिन प्रत्येक व्यक्ति क्रमश: 28.8 ग्राम और 25.1 ग्राम वसा का सेवन करता है।