लखनऊ, लखनऊ नगर निगम के स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में देश में नंबर वन बनते ही पैसों की बरसात शुरू हो गई है। पुरस्कार के तौर पर लखनऊ नगर निगम को 1.50 करोड़ की राशि मिली है। इसपर
महापौर संयुक्ता भाटिया ने खुशी जताते हुए कहा कि पुरस्कार से नगर निगम की आर्थिक स्थिति को भी ऑक्सीजन मिलेगी। 14वें व 15वें वित्त आयोग से जो पैसा मिलता है, उसमें कटौती होती है। शासन की शर्त थी कि यदि नगर निगम वायु प्रदूषण को रोकने में अच्छा काम करेगा तो उसको जो बजट मिलता है, उसमें कटौती नहीं होगी। ऐसे में अभी सालाना जो 50 करोड़ से अधिक की कटौती हो जाती है, अब वह भी नहीं होगी।
उन्होने बताया कि पुरस्कार के तौर पर जो 1.50 करोड़ की राशि मिली है, उसका इस्तेमाल वायु प्रदूषण दूर करने से संबंधित कार्यों पर ही खर्च किया जाएगा। इसका प्लान बनाया जाएगा। नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया कि पुरस्कार राशि खर्च करने को लेकर अभी शासन की गाइडलाइन जारी होगी। वैसे यह वायु गुणवत्ता सुधार के काम पर ही खर्च होगी।