नई दिल्ली, रेलवे ने लॉकडाउन खत्म होने के अगले दिन से यानी 15 अप्रैल से रिजर्वेशन सुविधा बहाल करने की अफवाहों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उसने बताया है कि 14 अप्रैल तक ही रिजर्वेशन पर रोक लगी थी. इसके बाद की तिथि से रिजर्वेशन कराने पर रोक कभी लगी ही नहीं थी।यानी, स्पष्ट है कि 15 अप्रैल से रिजर्वेशन खुलने की बात इसलिए झूठी है क्योंकि जब रोक ही नहीं लगी तो खुलने का सवाल ही कहां उठता है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लॉकडाउन के बाद की अवधि यानी 15 अप्रैल से ट्रेनों के टिकटों की बुकिंग आईआरसीटीसी की साइट पर हो रही है। हालांकि, रेलवे ने साफ किया है कि 14 अप्रैल के बाद की ट्रेन यात्रा के लिए टिकटों की बुकिंग कभी बंद ही नहीं हुई थी। रेलवे ने अपने बयान में कहा है कि रेलवे टिकटों की बुकिंग लॉकडाउन की अवधि 24 मार्च से 14 अप्रैल के लिए बंद हुई है।
कुछ लोगों को भ्रम था कि लॉकडाउन की वजह से आईआरसीटीसी की वेबसाइट भी बंद हो गई थी पर यह हमेशा चालू रहती है और सिर्फ ट्रेन रद्द होने पर टिकट की बुकिंग नहीं होती है। चूंकि 14 अप्रैल तक सारी यात्री ट्रेनें कैंसल हैं तो इस तारीख तक टिकटों की बुकिंग नहीं हो रही है लेकिन उसके बाद की तारीखों के टिकट बुक किए जा सकते हैं। 14 के बाद लॉकडाउन आगे बढ़ता है और 15 से अगर ट्रेनें फिर कैंसल होती हैं तो एडवांस बुक टिकट खुद कैंसल हो जाएंगे और पैसा यूजर्स के अकाउंट में आ जाएगा।
रेलवे के आंकड़ों के मुताबिक, 15 अप्रैल को अभी तक रेल टिकट की बुकिंग 20 फीसदी से ऊपर नहीं हो हुई है। 15 अप्रैल की ई-टिकट की बुकिंग लगभग दो लाख हुई है। 21 और 22 अप्रैल को एक लाख 10 हजार के बीच ही टिकट की बुकिंग हुई है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जनता कर्फ्यू की घोषणा होने तक लोगों ने टिकट बुकिंग की, लेकिन बाद में 21 दिन का लॉकडाउन होने के बाद ज्यादातर लोगों ने टिकट रद्द कराने शुरू कर दिए। वैसे, जिनके टिकट लॉकडाउन की तारीख के हैं उन्हें इसे कैंसल कराने की जरूरत नहीं है। रेलवे इन टिकट को खुद रद्द करके इनका पैसा लोगों के खाते में भेज रहा है।
पहले प्रतिदिन ऑनलाइन और काउंटर से औतसन 16 लाख ट्रेन टिकट की बुकिंग होती थी। लेकिन यह संख्या अब घटकर दो लाख से कम हो गई है। इससे रेलवे को लगभग दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हुआ है। देशव्यापी लॉकडाउन के तहत 13,524 यात्री ट्रेन को 14 अप्रैल तक बंद किया गया है।
आईआरसीटीसी से ई-टिकट बुक कराने को लेकर आम लोगों में भ्रम है। जनता को लगता है कि देशभर में 13,524 ट्रेन ठप होने से वेबसाइट को भी बंद कर दिया गया है। हकीकत यह है कि 24 मार्च से 21 दिन का लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद सभी यात्री ट्रेनें बंद कर दी गईं, लेकिन आईआरसीटीसी की वेबसाइट को कभी बंद नहीं किया गया। आरक्षित टिकट की बुकिंग 120 दिन पहले बुक कराने का प्रावधान है, जबकि लॉकडाउन सिर्फ 21 दिनों का हुआ है। यानी 22 जून का टिकट यात्री 22 मार्च को एडवांस बुक करा सकता है। वर्तमान में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है और 15 अप्रैल से ट्रेन के चलने की संभावना है। इसलिए यात्री 15 अप्रैल का टिकट एडवांस में बुक करा रहे हैं, यदि लॉकडाउन की अवधि बढ़ती है तो एडवांस बुक किए गए टिकट स्वत: रद्द कर दिए जाएंगे। ऐसी स्थिति में आईआरसीटीसी रेल किराए का पैसा यात्री के बैंक खाते में सीधे भेज देगा। इसके लिए यात्री को टिकट रद्द कराने की प्रक्रिया नहीं करनी होगी।