भारत के ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने में केओ ग्रीन एनर्जी की नई पहल

नई दिल्ली, केओ ग्रीन एनर्जी ने उत्तरांचल क्लब ट्रस्ट के साथ साझेदारी में अपनी नई पहल की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य भारत के ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाना है।

महिलाओं को रोज़गार के स्थायी अवसर प्रदान करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाकर आर्थिक विकास एवं सामाजिक प्रगति को सुनिश्चित करने के लिए इस महत्वाकांक्षी परियोजना को डिज़ाइन किया गया है। बेरोज़गारी की समस्या एवं आर्थिक आत्मनिर्भरता की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए केओ एनर्जी की पहल इन पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित करेगीः

नौकरियों का सृजनः-
महिलाओं के लिए 1 लाख से अधिक स्टार्ट-अप्स उपलब्ध कराए जाएंगे, जिसमें उन्हें ई-रिक्शॉ, फूड-कार्ट, लोडर रिक्शॉ, डिलीवरी सर्विसेज़ एवं मोबाइल ई-शॉप्स चलाने का मौका मिलेगा। व्यापक प्रशिक्षणः कारोबार प्रबन्धन, सरकारी योजनाओं पर प्रशिक्षण दिया जाएगा, एमएसएमई को बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों से ऋण पाने के लिए ज़रूरी जानकारी दी जाएगी।

शिक्षा में सहयोगः-
डीयूसीए इंडिया एवं उत्तरांचल क्लब ट्रस्ट के साथ साझेदारी में ग्रामीण स्कूलों के बच्चों को निःशुल्क उच्च शिक्षा दी जाएगी, उन्हें प्रतिष्ठित क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए तैयार किया जाएगा जैसे डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस और आईपीएस अधिकारी।

सुरेन्द्र आर्या, उत्तरांचल क्लब ट्रस्ट और डीयूसीए इंडिया के संस्थापक ने इस पहल के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा, ‘‘हमारा मिशन महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाना, उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और सामाजिक रूप से सक्षम बनाना है। इस पहल के माध्यम से हम लोगों के जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं तथा देश भर के समुदायों के लिए उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करना चाहते हैं। पवन जोशी, केओ ग्रीन एनर्जी के डायरेक्टर एवं राजहंस ग्रुप के संस्थापक ने कहा ‘‘इस योजना के माध्यम से हम तत्काल राहत के प्रयासों के दायरे से आगे बढ़ना चाहते हैं। तीन सालों में 100,000 लोगों के लिए रोज़गार उत्पन्न करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ हमारा यह मिशन समुदाय को आर्थिक स्थिरता प्रदान करने और विकास को सुनिश्चित करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

दरप्रीत सिंह, केओ ग्रीन इंडिया के डायरेक्टर एवं बैग्स 4 यू के संस्थापक ने परियोजना पर उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘महिलाओं और युवाओं के लिए नए अवसर उत्पन्न करने और उनके सामने आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए हम यह पहल लेकर आए हैं। विजय पॉडयाल, केओ एनर्जी एवं डीयूसीए के डायरेक्टर ने इस पहल के व्यापक प्रभाव पर बात करते हुए कहा, ‘‘यह प्रोग्राम सिर्फ प्रशिक्षण मोड्यूल से कहीं बढ़कर है; यह समावेशन एवं समानता की दिशा में एक आंदोलन है। हमारा मानना है कि महिलाओं और युवाओं की क्षमता में निवेश कर हम देश के भविष्य में निवेश कर रहे हैं। एक साथ मिलकर हम एक समान एवं समृद्ध भारत के निर्माण के लिए प्रयासरत हैं।

रिपोर्टर-आभा यादव

Related Articles

Back to top button