कोटा, राजस्थान में कोचिंग नगर के रूप में विख्यात कोटा शहर आने वाले दिनों में देश का पहला एवं दुनिया का दूसरा यातायात सिग्नल मुक्त शहर बनने के साथ देश में अनूठा पर्यटन स्थल के रुप में उभरकर सामने आयेगा।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शहर के लिए ऐसी योजना बनाई गई है जिससे सड़क पर चलने वाले वाहन चालकों को चौराहों पर यातायात सिग्नल की वजह से ठहरना नहीं पड़ेगा। इसके लिए चौराहों पर फ्लाई ओवर, अंडरपास एवं एलिवेटेड रोड बनाई जा रही हैं।
सूत्रों ने बताया कि कोटा को पर्यटन के मानचित्र पर उभारने के लिए कोटा बैराज से नयापुरा चम्बल रिवर फ़्रंट देश में अपनी तरह का अनूठा पर्यटन स्थल होगा, जिस पर 700 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं। इसमें कई प्रकार के चौक, घाट, राजस्थान शिल्प के आकर्षक आकृतियां बनाई जायेंगी। इसके बनने पर यह भी योजना है कि लोग हेलीकॉप्टर से कोटा दर्शन कर सकें। चम्बल रिवर फ्रंट के किनारे माता चर्मण्यवती की 40 फुट ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी। वाटर पार्क के साथ मनोरंजन के लिए कई प्रकार के निर्माण किये जायेंगे। यहां सुंदर हैंडीक्राफ्ट बाजार और खूबसूरत गार्डन विकसित हाेंगे। फ़ूड कोर्ट में कई देशों के लजीज व्यंजन आने वालों को लुभाएंगे।
हेरिटेज घाट पर 16 देशाें के लुक की इमारतें होंगी। एक ग्लाेब बनेगा जिसमें हर देश के चेहरे होंगे। साहित्य घाट पर तुलसीदास, प्रेमचंद, गालिब की रचनाएं प्रदर्शित हाेंगी एवं एक लाइब्रेरी भी बनेगी। हिस्ट्री पार्क में शक्ति और भक्ति की प्रतीक रानी हाड़ी, पन्नाधाय की कहानी हाेगी। महाराणा घाट पर मेवाड़, मारवाड़, शेखावाटी, हाड़ौती की झलक देखने को मिलेगी। छतरी घाट पर लाल पत्थर का बड़ा नंदी स्थापित होगा। श्मशान एवं कब्रस्तान उनकी शैली में विकसित होंगे। म्यूजिकल घाट पर म्यूजिक आयोजन किये जा सकेंगे। बच्चों के लिए वाॅटर गेम जाेन बनेगा। घंटाघर घाट पर दुनिया की सबसे बड़ी घंटी लगेगी जिसका व्यास 9.5 मीटर होगा। अभी सबसे बड़ी घंटी मास्काे में आठ मीटर व्यास की है।
रिवर फ्रंट पर बहुत सी जगह म्यूजिकल फव्वारे एवं राेशनी का अनूठा डिजाइन नजर आएगा। पेड़ाें पर लाइटिंग होगी। जवाहर घाट पर जवाहर लाल नेहरू को समर्पित एक फ्रीडम टावर बनेगा । सिंह-घड़ियाल घाट पर 15 सिंह और 15 घड़ियालों की मूर्तियां नजर आयेगी। इस फ़्रंट को भारत का सबसे आकर्षक रिवर फ़्रंट बनाया जा रहा हैं, जिसे देखने दुनिया के लोग यहां आएंगे।