विशाखापत्तनम, विशाखापत्तनम में वेस्ट इंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज के दूसरे मैच में भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव ने इतिहास रच दिया। वह भारत की ओर से एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दो हैटट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज बन गए।
खराब फार्म के कारण टीम से निकाले जाने पर पिछले कुछ अर्से से दबाव महसूस कर रहे कुलदीप यादव ने वेस्टइंडीज के खिलाफ हैट्रिक को अपना सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन करार दिया है ।
2017 से 2019 तक टीम का अभिन्न अंग रहे कुलदीप पिछले आईपीएल से खराब फार्म से जूझ रहे हैं ।विश्व कप में भी उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा और वह चार महीने तक टीम से बाहर रहे ।
उन्होंने भारत की 107 रन से जीत के बाद कहा ,‘‘ पिछले दस महीने काफी कठिन थे । लगातार अच्छा खेलने के बाद ऐसा दौर आता है जब विकेट नहीं मिलते और आप अपनी गेंदबाजी को लेकर सोच में पड़ जाते हैं । विश्व कप के बाद मैं टीम से बाहर रहा । उसके बाद चार महीने काफी मेहनत की ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में टी20 मैच पिछले चार साल में भारत का पहला मैच था । मैं नर्वस था क्योंकि काफी समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला था । यह हैट्रिक सर्वश्रेष्ठ है क्योंकि मुझ पर काफी दबाव था ।’’
हैट्रिक गेंद से पहले उनके दिमाग में क्या चल रहा था, यह पूछने पर कुलदीप ने कहा कि वह दुविधा में थे कि अलजारी जोसेफ को कौन सी गेंद डाले ।
उन्होंने कहा कि खराब दौर में भी उन्हें यह कभी नहीं लगा कि वह अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं लेकिन उन्होंने विविधता पर काम किया ।
उन्होंने कहा ,‘‘ मैने विविधता, रफ्तार और सटीक गेंदों पर काम किया । पिछले दो वनडे में प्रदर्शन अच्छा रहा । मैं खुश हूं कि विविधता के साथ गेंदबाजी की ।’’