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कुलदीप यादव ने खोला बड़ा राज, बताया किन लोगों ने आगे बढ़ाने मे की मदद?

कोलकाता, भारतीय क्रिकेट टीम के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने अपने कैरियर का बड़ा राज खोला है, उन्होने बताया कि किन लोगों ने उन्हे आगे बढ़ाने मे मदद की है?

कुलदीप यादव का कहना है कि उन्होंने कोलकाता नाईट राइडर्स (केकेआर) के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर और गेंदबाजी कोच वसीम अकरम तथा ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व स्पिन गेंदबाज ब्रैड हॉग से बहुत कुछ सीखा है।

कुलदीप ने केकेआर की वेबसाइट पर बातचीत में कहा, “गंभीर, वसीम और हॉग मेरे बहुत करीब हैं और केकेआर में करियर की शुरुआत से ही तीनों ने मुझे हमेशा आगे बढ़ने में मदद की ताकि मैं खुद को बेहतर गेंदबाज बना सकूं।”

उन्होंने कहा, “केकेआर में मेरे खेल की शुरुआत से ही गौती भाई (गंभीर) का मुझ पर बड़ा प्रभाव रहा और वह पिछले दो-तीन वर्षों में मैच के दौरान ही नहीं बल्कि उसके बाद भी मुझ से काफी बातचीत करते रहे।”

कुलदीप ने गंभीर की कप्तानी को लेकर कहा, “गंभीर ने मुझे हमेशा प्रेरित किया। 2014 में चैम्पियंस लीग की शुरुआत होने से पहले उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं हर मुकाबला खेलूंगा जिससे मुझे बहुत आत्मविश्वास मिला और जब आपको अपने कप्तान से इस तरह का समर्थन मिलता है तो वो किसी भी खिलाड़ी के लिए एक बड़ा संबल बन जाता है।”

चाइनामैन गेंदबाज ने पूर्व पाकिस्तानी कप्तान अकरम की भी प्रशंसा करते हुए कहा, “मुझे अकरम बहुत पसंद है। वह मुझ से गेंदबाजी को लेकर अधिक बातचीत नहीं करते हैं लेकिन उन्होंने मुझे मानसिक तौर पर बहुत तैयार किया और उन्होंने मुझे सिखाया कि जब बल्लेबाज आप पर दबाव बनाता है तब आपको किस तरह से काम करना है। जब अकरम केकेआर में थे तब मैं उनके साथ बैठा करता था और उनके दिमाग को पढ़ने का प्रयास करता था। मैं उनसे पूछता था कि किस तरह की परिस्थिति में वह क्या करेंगे या क्या करते।”

उन्होंने हॉग का भी उल्लेख करते हुए कहा, “एक चाइनामैन गेंदबाज के तौर पर टीम में ब्रैड हॉग जैसे खिलाड़ी का होना बहुत अच्छा मौका था। उन्होंने मुझे गेंदबाजी करने के दौरान गति को नियंत्रित करना तथा गेंदबाजी में विविधता लाने में बहुत मदद की।”

कुलदीप ने कहा, “उन्होंने मुझे सिखाया कि किस तरह से रांग-वन गेंद सही तरीके से डाली जाती है और गेंदबाजी के दौरान गति में विविधता लाकर किस तरह से बल्लेबाज को परेशान किया जा सकता हैं। हॉग के आईपीएल में खेलने के बाद भी मैं उनसे ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भी मिला था और चार-पांच दिन पहले भी मैंने उनसे फोन पर बातचीत की थी और उम्मीद है कि जल्द उनके साथ इंस्ट्राग्राम चैट पर भी आऊंगा।”

कुलदीप ने अपने वर्ष 2019 के प्रदर्शन को लेकर भी कहा, “ वर्ष 2019 वास्तव में मेरे लिए बेहद कठिन था लेकिन मैंने इससे कुछ बहुत महत्वपूर्ण सबक भी सीखे। 2019 में मैंने कई सारे अंतराष्ट्रीय मुकाबले खेले और आईपीएल 2019 की शुरुआत से पहले मेरे पास सोचने के लिए भी समय नहीं था।”

स्पिनर ने कहा, “मैं यह नहीं कहूंगा कि आईपीएल 2019 मेरे लिए बहुत खराब था। मैं ठीक-ठाक गेंदबाजी कर रहा था लेकिन मुझे अधिक विकेट नहीं मिले इसलिए अगर आप आंकड़े देखेंगे तो वो ख़ास प्रभावित नहीं करेंगे। भारत में स्पिनरों को लगातार विकेट मिलते रहते हैं लेकिन मेरे साथ ऐसा नहीं हो रहा था जिसके वजह से मेरे आत्मविश्वास को झटका लगा था।”

उन्होंने पिछले वर्ष आयोजित एकदिवसीय विश्वकप में अपने प्रदर्शन को लेकर कहा, “ विश्वकप जैसे बड़े टूर्नामेंट में हर टीम में बड़े बल्लेबाज होते है। वहां भी मुझे लगा कि मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा था लेकिन मेरे प्रयासों के बावजूद मुझे अधिक विकेट नहीं मिले। विश्वकप के बाद से मैंने अपनी गेंदबाजी में सुधार लाने को लेकर बहुत मेहनत की है और जिन विभागों में सुधार की जरुरत है वहां भी ध्यान दिया है।”

कुलदीप ने अपने वर्ष 2019 के प्रदर्शन को लेकर भी कहा, “ वर्ष 2019 वास्तव में मेरे लिए बेहद कठिन था लेकिन मैंने इससे कुछ बहुत महत्वपूर्ण सबक भी सीखे। 2019 में मैंने कई सारे अंतराष्ट्रीय मुकाबले खेले और आईपीएल 2019 की शुरुआत से पहले मेरे पास सोचने के लिए भी समय नहीं था।”
स्पिनर ने कहा, “मैं यह नहीं कहूंगा कि आईपीएल 2019 मेरे लिए बहुत खराब था। मैं ठीक-ठाक गेंदबाजी कर रहा था लेकिन मुझे अधिक विकेट नहीं मिले इसलिए अगर आप आंकड़े देखेंगे तो वो ख़ास प्रभावित नहीं करेंगे। भारत में स्पिनरों को लगातार विकेट मिलते रहते हैं लेकिन मेरे साथ ऐसा नहीं हो रहा था जिसके वजह से मेरे आत्मविश्वास को झटका लगा था।”
उन्होंने पिछले वर्ष आयोजित एकदिवसीय विश्वकप में अपने प्रदर्शन को लेकर कहा, “ विश्वकप जैसे बड़े टूर्नामेंट में हर टीम में बड़े बल्लेबाज होते है। वहां भी मुझे लगा कि मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा था लेकिन मेरे प्रयासों के बावजूद मुझे अधिक विकेट नहीं मिले। विश्वकप के बाद से मैंने अपनी गेंदबाजी में सुधार लाने को लेकर बहुत मेहनत की है और जिन विभागों में सुधार की जरुरत है वहां भी ध्यान दिया है।”