लालू यादव के वार्ड में पड़ा छापा, आखिर क्यों है जेल मे भी उन पर कड़ी नजर ?
March 17, 2019
रांची, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के जेल मे स्थित वार्ड में जेल प्रशासन व जिला पुलिस का छापा पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, लोकसभा चुनाव को लेकर लालू प्रसाद यादव की गतिविधियों पर प्रशासन की कड़ी नजर है। लोकसभा चुनाव के लिए लागू आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन सहित जेल मैनुअल की अवहेलना न होने पाने को लेकर प्रशासन के साथ ही चुनाव आयोग लालू प्रसाद यादव पर खास तौर पर नजर रख रहा है।
लोकसभा चुनाव-2019 के पूर्व राजनीतिक सरगर्मी को देखते हुए राज्य चुनाव आयोग की गाइडलाइंस के अनुसार ही जेल के अधिकारियों ने जिला पुलिस के अधिकारियों के साथ उनके वार्ड में सर्च ऑपरेशन चलाया। हालांकि इस दौरान लालू के रिम्स पेइंग वार्ड से कोई आपत्तिजनक चीज नहीं मिली।
सूत्रों के अनुसार, शनिवार को उनसे कई मुलाकाती मिलने पहुंचे थे। ऐसे में ,। चुनाव को प्रभावित करने की गुंजाइशों को देखते हुए लालू प्रसाद यादव के वार्ड में छापेमारी की गई है। नितीश सरकार के जेल आइजी वीरेंद्र भूषण के आदेश पर यह छापेमारी की गई।शाम करीब पांच बजे चले इस सर्च ऑपरेशन में वार्ड से कोई आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं की गई है।
छापामार टीम में काराधीक्षक अशोक कुमार चौधरी, जेलर चंद्रशेखर प्रसाद सुमन, डीएसपी सदर दीपक पांडेय, बरियातू थानेदार संजीव कुमार, रिम्स में लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात इंस्पेक्टर नारायण प्रजापति, जिला पुलिस के दस जवान व जेल के सिपाही शामिल थे।
यह सच है कि जेल मे रहने के बावजूद, बिहार की राजनीति से लेकर देश की राजनीति मे भी लालू प्रसाद यादव की प्रासंगिकता जिस तरह बनी हुयी है, वह पूरे देश मे किसी दूसरे राजनेता की नही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधे चुनौती देकर और बिहार की राजनीति को अपने इर्द गिर्द रखकर लालू प्रसाद यादव आज मोदी सरकार से लेकर नितीश सरकार के लिये सबसे बड़ा खतरा बनें हुयें हैं।