गुवाहाटी, भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई है।
असम की बराक घाटी स्थित हैलाकांडी, करीमगंज और कछार जिलों में मंगलवार को भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई।
हैलाकांडी, करीमगंज और कछार में तीन परिवार पूरी तरह से तबाह हो गए और 17 अन्य लोग घायल हुए हैं।
हैलाकांडी जिले में एक ही परिवार के पांच लोगों सहित कुल आठ लोगों की मौत हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि बारिश की वजह से मोहनपुर गांव में पहाड़ का एक हिस्सा मंगलवार तड़के कुटुन मिया लश्कर (40)के मकान पर आकर गिरा जिससे उनकी मौत हो गई। इस हादसे में कुटुन की पत्नी झुंपा बेगम (35) और तीन बेटियों हजीरा (पांच साल), नजीरा (चार साल), तुली (तीन साल) की भी मौत हो गई। यह गांव हैलाकांडी शहर से करीब 15 किलोमीटर दूर है।
उन्होंने बताया कि जिले के ही चांदीपुर ग्रांट इलाके में भूस्खलन की दूसरी घटना में रूपचंद सरकार और मतिउर रहमान की मौत हो गई। जबकि मोहपुर में भूस्खलन में चंदमोनी माल (छह साल) की मौत हो गई। इन तीन घटनाओं में पांच लोग घायल भी हुए हैं।
पुलिस ने बताया कि पड़ोसी कछार जिले के कोलापुर गांव में एक परिवार के सात लोगों की उस समय मौत हो गई जब भूस्खलन से मलबा उनके मकान पर आ गिरा। उस समय सभी सो रहे थे।
जिला के पुलिस अधीक्षक मनोरंजन देबरॉय ने बताया कि मृतकों की पहचान तमीज मिया लश्कर (50), उनकी पत्नी तैमूर नेसा लश्कर (45), दो बेटियां आलिया बेगम लश्कर(25), सुमोना बेगम (11) और उनके तीन बेटे रहीमुद्दीन (18), आलम हुसैन (20), अफरुद्दीन (17) के तौर पर की गई है।
पुलिस ने दो लोगों को बचा लिया है और वे गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
पड़ोसी करीमगंज जिले के पुलिस अधीक्षक संजीत कृष्णा ने बताया कि जिले के करीमपुर में मंगलवार तड़के तीन बजकर 30 मिनट पर हुए भूस्खलन की चपेट में अजीरुद्दीन (57) का मकान आ गया जिसमें उनकी और उनके परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि अजीरुद्दीन की पत्नी रजिया बेगम (40), दो बेटे अफ्तार हुसैन (10), अनवरुद्दीन (सात साल) और बेटी तहिरा बेगम (पांच साल) की मौत हो गई।
कृष्णा ने बताया कि इसी इलाके के एक अन्य घर में जयन बीबी (15) की मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि पुलिस और राज्य आपदा विभाग के अधिकारियों ने दस लोगों को बचाया है। सभी को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
घटना स्थल पर पुलिस और राज्य आपदा मोचन बल के कर्मचारियों के पहुंचने से पहले अफरा-तफरी का माहौल था और बदहवास लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को मलबे से निकालने की कोशिश कर रहे थे।
असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने भूस्खलन में लोगों की मौत पर शोक जताया है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘भारी बारिश की वजह से बराक घाटी में हुए भूस्खलन की चपेट में आने से लोगों की मौतों से दुखी हूं। मैंने कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिला प्रशासन और एसडीआरएफ को बचाव और राहत अभियान चलाने एवं जरूरतमंदों को हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है।’’