इटावा , बरसात के बाद गुजरात के पांच मादा और तीन नर शेर उत्तर प्रदेश के इटावा सफारी पार्क की रौनक बढ़ायेंगे। इन शेरो को सफारी में लाये जाने का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने मंगलवार को इटावा सफारी पार्क के निदेशक वीण्के0 सिंह को शेरो के साथ साथ उसके दस्तावेज भी सौंप दिये लेकिन इन शेरो को बरसात के बाद मौसम सामान्य होने पर इटावा लाया जाना संभव होगा ।
श्री सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इटावा सफारी पार्क शेरो को लाया जाना हैए जिसे लेकर दोनों सरकारों के बीच काफी पहले सहमति बन गई थी । मंगलवार को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इन शेरों को इटावा सफारी को सौंप दिया और इसके कागजात सफारी के निदेशक वीण्के सिंह की अगुवाई मे गई टीम को सुपुर्द कर दिये हालांकि अभी यह शेर गुजरात में ही रहेंगेए लेकिन इनकी देखरेख इटावा सफारी करेगी ।
उन्होने बताया कि पिछले वर्ष ही उत्तर प्रदेश और गुजरात की सरकारों में शेरों को लेकर सहमति बन गई थी। शुरूआती दौर में 11 शेर दिए जाने की बात हुई थीए लेकिन बाद में आठ शेर दिए जाने पर सहमति बनी है। इन्हें लाए जाने के लिए काफी समय से प्रयास किया जा रहा है लेकिन अलग.अलग परिस्थितियों के चलते फिलहाल इन्हें इटावा नहीं लाया जा सका। अब गुजरात सरकार ने इन शेरों को कागजी तौर पर इटावा सफारी को सौंप दिया है।
सफारी के निदेशक खास तौर पर गुजरात गए हैं। सफारी में शेरों की देखरेख करने वाले चार कीपरों को पहले ही गुजरात भेजा जा चुका हैए जो वहीं रहकर इन शेरों की देखरेख करेंगे। हालांकि पिछले महीने सफारी की एक टीम इन शेरों को लेने के लिए गुजरात रवाना हुई थी लेकिन भीषण गर्मी के चलते इस टीम को बीच रास्ते से ही वापस बुला लिया गया था। बाद में शेरों को एयर लिफ्ट कराने की अनुमति मांगी गई थी जो अभी तक नहीं मिली है। समझा जाता है कि बरसात शुरू हो जाने के बाद जब गर्मी कम हो जाएगी तब इन शेरों को सड़क मार्ग से ही सफारी लाया जाएगा।