रायपुर ,शराब की आज से घऱ पहुंच सेवा शुरू करने वाले देश के सर्वाधिक खपत वाले राज्यों में शुमार छत्तीसगढ में शराब की दुकाने खुलते ही लोगो का सैलाब उमड़ पड़ा है।कई दुकानों पर एकःएक किलोमीटर तक लोगो की कतारे देखी जा रही है।
राजधानी रायपुर एवं राज्यभर से मिल रही खबरों के मुताबिक 43 दिनों बाद आज शराब की दुकाने खुलने से पहले ही मदिरा प्रेमियों की कतारे लगनी शुरू हो गई थी।दुकानों का खुलने का समय सुबह आठ बजे निर्धारित किया गया है,लेकिन कुछ दुकानों पर तो लोग छह बजे ही पहुंच गए और कतार में लग गए। लोगो की उमड़ी भीड़ के चलते तमाम स्थानों पर सोशल डिस्टेसिंग दिखावा रह गई है।
राजधानी के रेड जोन में होने के चलते प्रशासन ने बाहरी इलाके में दुकानों खोलने की अनुमति दी है। इन दुकानों पर एक – एक किलोमीटर से भी लम्बी कतार लगी हुई है। तेज धूप के बावजूद शराब के खरीददारों के उत्साह में कोई कमी नही हैं।शराब दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ने की आशंका के चलते यहां पर सोशल डिस्टेसिंग को बनाए रखऩे के लिए पुलिस की व्यवस्था की गई है,लेकिन भारी भीड़ के चलते उनकी भूमिका कतार लगवाने तक ही सिमट गई है।
राज्य के प्रमुख औद्योगिक नगर भिलाई से मिली सूचना के मुकाबिक वहां भी दुकाने खुलने से पहले से ही कतारे लग गई थी।अधिकांश दुकानों के समाने लम्बी लम्बी कतारे लगी हुई है।कुछ दुकानों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हालांकि बल्ली और रस्सी लगाई गई है।दुकाने सुबह आठ बजे खुली है और शाम सात बजे बन्द होगी।
इस बीच राज्य में शराब की घऱ पहुंच सेवा भी आज से शुरू हो गई है।दुकानों के अलावा डिलीवरी बॉय के माध्यम से भी शराब प्रदान की जायेंगी। डिलीवरी बॉय की नियुक्ति प्लेसमेंट एजेसी के माध्यम से होगी।शराब की डिलीवरी की दरें प्लेसमेंट एजेसी के डिलीवरी बॉय रखऩे वाले खर्च को शामिल करते हुए दुकानों से बिकने वाली शऱाब से अधिक होगी।
ज्ञातव्य हैं कि राज्य में देशी विदेशी शऱाब की दुकानों का संचालन ठेकेदार की बजाय राज्य सरकार द्वारा पिछले तीन वर्षों से स्वयं किया जाता है। शराब दुकानों पर कर्मचारी प्लेसमेंट एजेसी के माध्यम से रखे गए है।राज्य में शऱाब की काफी खपत हैं और राज्य सरकार की आमदनी का भी बड़ा जरिया है। इसके चलते विधानसभा चुनावों में पूर्ण शराबबंदी का वादा कर सत्ता में आई लगभग 17 माह पुरानी भूपेश सरकार इसे बन्द करने पर निर्णय नही ले पाई है।उल्टे उसने घर पहुंच सेवा भी शुरू कर दिया है। जानकारों का मानना है कि इससे शऱाब की बिक्री और बढ़ेगी।