लखनऊ, उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि 14 जनवरी से संगम नगरी प्रयागराज में शुरू हो रहे माघ मेले के दौरान कल्पवासियों को हर संभव सुविधा मुहैया करायी जायेगी।
श्री टंडन ने मंगलवार को माघ मेला की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होने कोविड-19 और बर्ड फ्लू से सुरक्षा से लेकर तमाम विषयों को लेकर जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी से जानकारी ली। श्री टण्डन ने पाण्टून पूलों, साइनेज कार्य और चेकर्ड प्लेटों को शीघ्र दुरुस्त करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए और मेला अवधि में निर्बाध विद्युत व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।
उन्हाेने कहा कि गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करवाने के साथ स्वच्छ एवं पर्याप्त जल प्रवाह सुनिश्चित करवाए जाएं। मेला क्षेत्र में शुद्ध पेयजल से लेकर ड्रेनेज की समुचित व्यवस्था हो। श्रद्धालुओं की सुरक्षा तथा भीड़ प्रबंधन को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए। प्रदूषित पानी को गंगा में नहीं छोड़ा जाए। विभिन्न जिलों के टेनरी उद्योगों और नाले के गंदे पानी के उत्प्रवाह को गंगा नदी में प्रवाहित होने से रोकने के निर्देश दिए। रेलवे और बस स्टेशन पर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए पर्याप्त द्वारों से प्रवेश और निकासी सुनिश्चित करवाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
श्री टंडन ने कहा कि मेला क्षेत्र में सैनिटाइजेशन के कार्य को भी नियमित रूप से कराया जाए। मेले में पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधाएं और एंबुलेंस आदि की भी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई जाए और साथ ही किसी भी श्रद्धालु के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने पर उसे तत्काल चिकित्सकीय सुविधाएं मिलें।
श्री टण्डन ने कहा कि सुरक्षा को लेकर अलर्ट रहें और मेले की तैयारी पूर्ण कर कल्पवासियों को हर संभव सुविधा दी जाए। मेला क्षेत्र में सुरक्षा के संबंध में कोई समझौता न किया जाए। शौचालय और स्वच्छ पेयजल की भी उचित व्यवस्था सुनिश्चित करवाई जाए।
जिलाधिकारी प्रयागराज ने बताया कि माघ मेले के लिए 1225 शौचालय के रख रखाव का काम लगभग पूरा हो गया है। माघ मेले के लिए 702 विभागीय शौचालय बन गए हैं। अस्थायी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरा हो चुका है।
मेला क्षेत्र में कोरोना टेस्ट के लिए 20 मोबाइल यूनिट स्थापित किए गए हैं। 7 वाहन से 12 टीमों को कोविड-19 सैम्पलिंग के लिए लगाया गया है। बर्ड फ्लू की समस्या को देखते हुए सैम्पलिंग और एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है।