नई दिल्ली, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हुई बीजेपी की एक रैली को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित किया। शाह ने कहा कि चुनाव आने तक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस में अकेली पड़ जाएंगी।
अमित शाह ने यह हमला तृणमूल के पांच नेताओं के बीजेपी में शामिल होने के एक दिन बाद किया। इन नेताओं में बंगाल के वन मंत्री रहे राजीब बनर्जी शामिल हैं। बाली से टीएमसी विधायक बैशाली डालमिया, उत्तरपाड़ा के एमएलए प्रबीर घोषाल, हावड़ा के मेयर रतिन चक्रबर्ती और पूर्व विधायक और रानाघाट से पांच बार नगर निकाय प्रमुख रहे पार्थ सारथी चटर्जी ने भी बीजेपी का दामन थामा है। ममता बनर्जी के करीबी रहे और उनकी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सुवेंदु अधिकारी के बीजेपी में जाने का बाद यह तृणमूल कांग्रेस को लगा सबसे बड़ा झटका है।
शाह ने कहा कि ममता को सोचना चाहिए कि क्यों इतने सारे नेता तृणमूल छोड़कर बीजेपी में जा रहे हैं। क्योंकि वह राज्य में जनता की इच्छाओं को पूरा करने में असफल रही हैं। ममता के कुशासन, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के कारण ऐसा हो रहा है। लेकिन यह शुरुआत है,चुनाव की घड़ी नजदीक आने तक वह अलग-थलग पड़ जाएंगी। शाह ने सुवेंदु अधिकारी के भी टीएमसी छोड़ने और बीजेपी में शामिल होने पर भी यह प्रतिक्रिया दी थी।
गौरतलब है कि बीजेपी कभी बंगाल में सरकार नहीं बना सकी है, लेकिन चुनाव में उसकी रणनीति स्पष्ट है और वह ज्यादा से ज्यादा टीएमसी के नेताओं को अपने पाले में लाना चाहती है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यहां से 18 सीटें जीतकर ममता को सबसे बड़ा झटका दिया था।