हरदा, प्रख्यात कवि और हास्य व्यंगकार माणिक वर्मा का आज इन्दौर में निधन हो गया।
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार आज सुबह 8 बजे जब परिवार के लोग उन्हें जगाने पहुंचे तो वे नहीं रहे। वे 80
वर्ष के थे।
उनके परिवार में एक पुत्र और एक पुत्री है। श्री वर्मा कविताओं और अपने व्यग्य की धार से साहित्य जगत
की शान रहे।
मूलतः हरदा के निवासी श्री वर्मा कुछ समय से इन्दौर में अपने पुत्र के पास रह रहे थे।
श्री वर्मा ने हास्य व्यंग्य के साथ हिन्दी और उर्दू में सैकडों गजलें भी लिखीं उनका पहला गजल संग्रह
दस्तक 80 के दशक में आया। इसके बाद उनका पहला हास्य-व्यंग संग्रह आया था।
आदमी और बिजली का खंबा, इसके बाद तकरीबन आधा दर्जन से अधिक उनकी कविताओं और हास्य
व्यंग के संग्रह प्रकाशित हुए है।
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