गांधीनगर, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके 70 वें जन्मदिन पर आज शुभकामनायें दी हैं।
उधर श्री मोदी के इस गृह राज्य में आज उनके जन्मदिन के अवसर पर राज्य सरकार ने आज दिन भर कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं जिनमे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी विडीओ कानफ़्रेंसिंग के ज़रिए शिरकत करेंगे।
राज्यपाल ने अपने शुभकामना संदेश में श्री मोदी के दीर्घायु होने की कामना की है। उधर श्री रूपाणी ने अपने संदेश में कहा है कि गुजरात के सपूत, महानायक, यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को सभी गुजरातियों की ओर से जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ । मुझे पुरा विश्वास है कि आपके नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भर बनकर पुनः विश्वगुरु बनेगा। उत्तम स्वास्थ्य व दीर्घायु जीवन की मंगलकामनाएँ । श्री पटेल ने भी श्री मोदी के दीर्घायु जीवन की कामना की है।
इस बीच प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर आज राज्य में कृषि-किसान कल्याण, महिला उत्कर्ष, आदिवासी क्षेत्र में जलापूर्ति कार्यों का लोकार्पण-कार्यारंभ और जलवायु परिवर्तन विभाग के विभिन्न 10 एमओयू सहित राजधानी गांधीनगर में चौबीसों घंटे, सातों दिन पेयजल योजना के ई-शिलान्यास एवं ई-लॉन्चिंग के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री पटेल इन कार्यक्रमों में गांधीनगर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सहभागी बनकर ई-लॉन्चिंग करेंगे। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम में जुड़ेंगे।
राज्य के सभी 33 जिलों के 70 स्थानों पर राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, विभिन्न बोर्ड एवं निगमों के अध्यक्ष, पदाधिकारी और विधायक इन कार्यक्रमों में सामाजिक दूरी और कोरोना संक्रमण नियंत्रण के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सीमित संख्या में लोगों की उपस्थिति के साथ जुड़ेंगे। पूरे दिन के दौरान आयोजित होने कार्यक्रमों के अंतर्गत पहला कार्यक्रम ‘सात पगला खेडूत कल्याण ना’ यानी ‘सात कदम किसान कल्याण के’ योजना के तहत प्राकृतिक खेती के लिए और दो कदम- गाय आधारित प्राकृतिक खेती करने वाले किसान परिवार को गाय के रखरखाव खर्च के लिए 900 रुपए की सहायता तथा जीवामृत बनाने के लिए किट सहायता की योजना की ई-लॉन्चिंग की जाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री प्रतीक स्वरूप गांधीनगर में लाभार्थियों को सहायता मंजूरी पत्र सौंपेंगे। पूरे राज्य में इन दोनों योजनाओं के अंतर्गत कुल 80 करोड़ रुपए की सहायता लगभग दो लाख किसानों को दी जाएगी।