लखनऊ, बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने पंचायत चुनाव के तुरंत बाद संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। पूर्वांचल, अवध, बुंदेलखंड, रुहेलखंड और पश्चिमी यूपी कॉडर के विश्वासपास नेताओं को जिम्मेदारियां दी गई हैं।
मायावती ने यूपी विधानसभा चुनाव -2022 को ध्यान में रखकर संगठन में बड़ा फेरबदल किया हैं। बसपा अध्यक्ष विधानसभा चुनाव से पहले संगठन को मजबूत कर लेना चाहती हैं।
इसके लिये उन्होंने मुख्य सेक्टर प्रभारियों के दायित्वों में भारी बदलाव किया है। बड़े मंडलों में छह से सात और छोटे मंडलों में चार से पांच मुख्य सेक्टर प्रभारी बनाए हैं। इसके अलाव हर जिलों के लिए अलग-अलग सेक्टर प्रभारी बनाए हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो सेक्टर प्रभारियों को संगठन विस्तार की जिम्मेदारी दी गई है।
पंचायत चुनाव में बसपा ने पूर्वांचल में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। बताया जा रहा है कि इसके चलते ही मुनकाद अली का कद बढ़ाया गया है। मुनकाद अली का कद बढ़ाते हुए उन्हें पूर्वांचल के अधिकतर मंडलों की जिम्मेदारी दी है। उन्हें प्रयागराज के साथ वाराणसी और मिर्जापुर मंडल की भी जिम्मेदारी दी गई है।
कहां, किसको, क्या जिम्मेदारी मिली-
लखनऊ मंडल: डा. अशोक सिद्धार्थ, गयाचरण दिनकर, धर्मवीर सिंह, अशोक, अशोक कुमार गौतम, हरीश सैलानी, राकेश गौतम
लखनऊ जिला: गंगाराम गौतम, सुरेश राव, रामनाथ रावत, बृजेश चौधरी
प्रयागराज मंडल: मुनकाद अली, भीमराव अंबेडकर, अमरेंद्र बहादुर पासी, दीपचंद्र गौतम, अतुल कुमार उर्फ टीटू, डा. जगन्नाथ पाल। इनका साथ डा. रामकुमार कुरील भी देंगे।
बस्ती मंडल: धनश्याम चंद्र खरवार, सुधीर कुमार भारती
गोरखपुर मंडल: धनश्याम चंद्र खरवार, डा. बलिराम
वाराणसी मंडल: मुनकाद अली, डा. रामकुमार कुरील
मिर्जापुर मंडल: मुनकाद अली, डा. विजय प्रताप