लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिये अभियान की आज शुरूआत करते हुये जातिवादी मीडिया पर बड़ा हमला किया है। उन्होने कहा कि जातिवादी मीडिया को उनके कार्य दिखाई नही देतें हैं।
आज लखनऊ मे आयोजित प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करते हुये मायावती ने आज अपने चुनावी अभियान की शुरूआत की। उन्होने अपने संबोधन में ना केवल पार्टी के कामकाज के बारे में लोगों को बताया बल्कि आगे के कार्यक्रम भी साझा किए। उन्होने बीजेपी समेत सभी राजनैतिक दलों को आड़े हाथ लिया।
जातिवादी मीडिया पर जबर्दस्त हमला करते हुये मायावती ने कहा कि कुछ जातिवादी मीडिया के लोग उनपर बाहर न निकलने और फील्ड में न जाने का आरोप लगातें हैं। जबकि मैं फरवरी माह से ही .ूपी विधानसभा को लेकर तैयारियों मे जुट गई हूं और लगातार कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ विधानसभा चुनाव को लेकर बैठकें कर रहीं हूं।
बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष ने कोरोना काल में ना दिखने की वजह बताते हुये कहा कि मैं कोरोना काल में जानबूझकर लखनऊ से नहीं निकली, क्योंकि ऐसा करने पर कार्यकर्ताओं पर कोरोना नियमों के उल्लंघन के मुकदमे दर्ज होते। उनहोने आगे बताया कि फिर कार्यकर्ता चुनाव की तैयारी की जगह मुकदमे की वजह से कानूनी कार्रवाई में फंसे रहते।
मायावती ने मीडिया पर इससे पहले भी कई हमले किये हैं। इससे पहले भी उन्होने आरोप लगाया था कि मीडिया के पूंजीपति मालिकान अपने पक्ष में काम करने वाली पार्टियों के पक्ष में सर्वे के जरिए बसपा कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होने पार्टी के लोगों को आगाह करते हुए कहा था कि देश में जितने भी छोटे-बड़े अखबार और टी.वी. चैनल आदि चल रहे हैं, उनके अधिकांश मालिक बड़े-बड़े पूंजीपति और धन्नासेठ ही हैं। इसके साथ ही, चुनाव में सर्वे कराने वाली एजेन्सियां भी ज्यादातर इन्हीं के हिसाब से ही कार्य करती हैं।’