बलरामपुर, उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से सटे नेपाल सीमा पर होने वाली गतिविधियो पर पैनी नजर रखने के उद्देश्य से सुरक्षा एजेंसियों को मजबूत करने और आपसी समन्वय बढाने के मकसद से सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियो ने पुलिस, वन विभाग और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के साथ बैठक की। पुलिस अधीक्षक देवरंजन वर्मा ने बताया कि बार्डर क्षेत्र के त्रिलोकपुर मे सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी)की 50वीं वाहिनी के साथ समन्वय बैठक की गई।
इस बैठक मे 50वीं वाहिनी के वरिष्ठ अधिकारियो के अलावा जिले के प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी और वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। उन्होने बताया कि इस दौरान शासन के निर्देशानुसार उन सभी महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर गहन विचार विमर्श किया गया,जहाँ अंतर्विभागीय समन्वय की आवश्यकता है।
उन्होने बताया कि बैठक मे निर्णय लिया गया कि सशस्त्र सीमा बल(एसएसबी),वन विभाग,राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारियो द्वारा प्रत्येक सप्ताह संयुक्त गश्त किया जायेगा। इस संयुक्त गश्त के दौरान सीमा क्षेत्र के महत्वपूर्ण ग्रामो मे बैठक करके जनसंवाद स्थापित किया जायेगा।
सीमावर्ती क्षेत्रो मे लगे सभी बॉर्डर पिलर्स को गश्त के दौरान नियमित चेक किया जायेगा।
श्री वर्मा ने बताया कि इंटेलीजेंस कोआपरेशन और इंटेलीजेंस शेयरिंग के लिए पुलिस नियमित रूप से हर माह बैठक आयोजित करेगी। इस बैठक मे इंटेलीजेंस एजेंसीज के प्रतिनिधि उपस्थित रहेगे। इस दौरान जिले इंटेलीजेंस की टीम से समन्वय स्थापित करने के लिए एसएसबी से एक नोडल अधिकारी की तैनाती पर भी चर्चा की गई। जिला नियंत्रण कक्ष और एसएसबी के कंट्रोल रूम के बीच भी समन्वय स्थापित करने पर विचार विमर्श किया गया।
उन्होने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रो मे मटर,वन्य उपज आदि की तस्करी करने वालो को चिन्हित करने के लिए पुलिस,वन विभाग और सशस्त्र सीमा बल का विशेष अभियान चलाया जायेगा।
बैठक मे जिला अधिकारी करूणा करूणेश,प्रभागीय वनाधिकारी रजनीकांत मित्तल,50वीं वाहिनी एसएसबी के कमांडेंट आर के श्रीवास्तव सहित जिले के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।