काठमांडो, जिला अदालत ने 2015 के जघन्य हत्याकांड में संलिप्तता पर नेपाल के एक सांसद को बुधवार को यहां आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
चार साल पुराने इस मामले में आठ पुलिसकर्मियों और एक बच्चे की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। एक सप्ताह चली सुनवाई के बाद, न्यायाधीश परशुराम भट्टराई ने राष्ट्रीय जनता पार्टी-नेपाल (आरजेपी-एन) के सांसद रेशम चौधरी तथा दस अन्य सह आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
कैलाली जिला अदालत ने टीकापुर हत्याकांड में संलिप्ततता को लेकर 15 लोगों को तीन-तीन साल की जेल की सजा सुनाई। तीन लोगों को बरी किया गया।
24 अगस्त 2015 को एक अधिकारी सहित आठ पुलिसकर्मियों और एक बच्चे की संघर्ष में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। यह संघर्ष नेपाल का संविधान लागू करने के खिलाफ प्रमुख मधेसी दलों के प्रदर्शन के दौरान हुआ था।
टीकापुर घटना के बाद से फरार चौधरी हालांकि आरजेपी-नेपाल की टिकट पर कैलाली सीट से 2017 का आम चुनाव लड़े और जीते थे।