वाराणसी, उत्तर प्रदेश के स्टाम्प एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल ने वैश्विक महामारी कोरोना से मुक्ति एवं लोक कल्याण लिए मंगलवार को यहां के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायकों तथा पार्टी पदाधिकारियों के साथ चारों दिशाओं में स्थित पौराणिक चारों धाम के लघुरूपों का दर्शन-पूजन किया।
श्री जायसवाल ने पुरुषोत्तम मास की एकादशी के दिन आज यहां सोनारपुरा स्थित चिंतामणि गणेश मंदिर में भगवान गणपति के दर्शन किया तथा मंदिर के महंत पंडित सी वी सुब्बाराव के माध्यम से कराये गये संकल्प के साथ यात्रा की शुरूआत की।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारतीय सनातन संस्कृति में चार धाम यात्रा का अपना एक अलग ही महत्व है। बहुत से लोगों की इच्छा होती है कि वे एक बार चार धाम की यात्रा करें, लेकिन विभिन्न परिस्थितियों के कारण वे दर्शन से वंचित रह जाते हैं।
श्री जायसवाल ने कहा कि पुरुषोत्तम मास में चार धाम यात्रा का परम पुण्य फल प्राप्त होता है। देश में चार दिशाओं में चार धाम है। पूर्वी छोर पर पुरी में भगवान जगन्नाथ इसका लघु रूप अस्सी के निकट जगन्नाथ मंदिर में, जहां से प्रतिवर्ष रथयात्रा की शुरुआत की जाती है। पश्चिम में द्वारिकापुरी, उत्तर में भगवान बद्री केदार, दक्षिणी छोर पर रामेश्वरम स्थित है। ठीक उसी प्रकार तीनों लोकों से न्यारी काशी में यह सभी धाम लघु रूप में स्थित है।
उन्होंने मान्यताओं का हवाला देते हुए कहा कि केदार घाट के गौरी केदारेश्वर मन्दिर में भगवान बद्रीनारायण एवं केदारनाथ जी दोनों विराजमान है। अस्सी पर जगन्नाथ जी तो खोजवां शंकुलधारा पर भगवान द्वारिकाधीश और लक्सा स्थित रामकुंड के पास रामेश्वरम महादेव विराजमान हैं। जिनका दर्शन स्वयं में पुण्यकारी है। पुरूषोत्तम मास में जो भी चारों धाम का दर्शन करना चाहता हो और जाना संभव न/न हो ,तो उन्हें काशी के इन चारों धामों में दर्शन-पूजन करना चाहिए। इससे भी वही पुण्य प्राप्त होते हैं।
यात्रा के दौरान विधान परिषद सदस्य केदारनाथ सिंह, विधान परिषद सदस्य लक्ष्मण आचार्य, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, भाजपा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय के अलावा पार्टी नेता सुधीर मिश्रा, नवीन कपूर, मनोज, जगदीश, आयुष जायसवाल आदि मौजूद थे।