लखनऊ, उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ने कार्यों के निरीक्षण के दौरान अनियमितताएं पाये जाने पर संबंधित इंजीनियरों के खिलाफ सख्त कार्रवाही की है।
उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ने अयोध्या के रौनाही तटबंध, ड्रेनेज सफाई व बाढ़ कार्यों के निरीक्षण के दौरान कार्यों में गुणवत्ता की कमी तथा अनियमितताएं पाये जाने पर चार अभियंताओं को हटाने के आदेश दिये हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अधिशासी अभियन्ता मनोज कुमार सिंह, सहायक अभियन्ता पवन कुमार सिंह और प्रदीप कुमार तथा जूनियर इंजीनियर चन्द्र शेखर को तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश दिए गये है। इन अभियन्ताओं को मुख्यालय संबद्ध करके विभागीय कार्यवाही किए जाने के भी निर्देश दिए।
जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ने स्थलीय निरीक्षण के दौरान कहा कि कार्यों में लापरवाही तथा उदासीनता पाये जाने पर किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। इन अधिकारियों के कार्यों के बारे में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी शिकायत की थी।
उन्होंने यह भी कहा कि सिंचाई विभाग के किसी भी निर्माण कार्य में अधोमानकता, लापरवाही तथा गुणवत्ता में कमी पाये जाने पर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने अयोध्या के ड्रेन (नाले) की सफाई न किए जाने पर अभियन्ताओं को कड़ी चेतावनी देते हुए तत्काल कार्य शुरू कराने के निर्देश दिए।
डा सिंह ने गुरूवार को भारी बरसात के बीच बाढ़ कार्यों का घूम-घूम कर निरीक्षण किया। उन्होंने सरयू नदी के किनारे रौनाही तटबंध पर स्थित गांव महंगू का पुरवा में सिंचाई विभाग द्वारा कराये गये बाढ़ नियंत्रण कार्यों का निरीक्षण इसके बाद उन्होंने गोण्डा-बस्ती में घाघरा नदी के बायें तट पर स्थित ग्राम लोलपुर, केशवपुर के बाढ़ से सुरक्षा के लिये ड्रेजिंग एवं चैनलाइजेशन के कार्यों का भी स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।