नई दिल्ली, मोदी सरकार के एक मंत्री संक्रमित डाक्टर के संपर्क मे आ गये जिसे उन्हे कोरोना वायरस जांच करानी पड़ी।
श्री मुरलीधरन दरअसल तिरुवनंतपुरम में श्रीचित्रा तिरुनेल आयुर्विज्ञान संस्थान एवं प्रौद्योगिकी में एक डॉक्टर के संपर्क में आये थे जिसे 15 मार्च को कोरोना से संक्रमित पाया गया था। डॉक्टर से संपर्क में आने का पता चलने के बाद उन्होंने कुछ दिनों के लिए अपने घर में अकेले रहने का निर्णय लिया था।
सूत्राें के अनुसार हालांकि, संसदीय कार्य एवं विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन मंगलवार को कोरोना वायरस की जांच में नेगेटिव पाये गये हैं।
श्री मुरलीधरन में कोरोना के संक्रमण के कोई लक्षण नहीं पाये गये हैं।
मंत्री ने एक ट्वीट में कहा,“पिछले शनिवार मैंने एक मेडिकल संस्थान के रिसर्च डिवीजन का दौरा किया था, जिसके अस्पताल ने बाद में एक कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले की पुष्टि की थी। एहतियात के तौर पर मैं तब से घर के क्वारेंटाइन हूं।” उन्होंने कहा कि कोविड 19 की जांच में मेरी रिपोर्ट नकारात्मक है। घबराने की कोई बात नहीं हैं, एहतियात के लिए जरूर हां।
केंद्रीय मंत्री चित्रा इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी की एक बैठक में भाग लिया था जिसमें भाग लेने वाले 43 डॉक्टरों और 33 कर्मचारियों को कोरोना के डर के कारण क्वारेंटाइन में रखा गया है।
गौरतलब है कि श्री चित्रा तिरुनेल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी की प्रमुख सर्जरी सहित विभिन्न रोगी-देखभाल गतिविधियां पिछले रविवार से बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। दरअसल 43 डाक्टरों और अस्पताल के अन्य कर्मचारियों को स्पेन से लौटे एक डॉक्टर, जो कि कोविड-19 के संपर्क में और उनके बीच काम कर रहा था, के कारण सभी को क्वारेंटाइन किया गया है। श्री मुरलीधरन ने मंगलवार को संसद में भी इसीलिए भाग नहीं लिया था।