कॉरपोरेट कर की दरें कम किए जाने को पीएम मोदी ने बताया ‘‘ऐतिहासिक कदम’’
September 20, 2019
नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कॉरपोरेट कर की दरें कम किए जाने को ‘‘ऐतिहासिक कदम’’ करार देते हुए कहा कि इससे ‘मेक इन इंडिया’ में बड़ा उछाल आने के साथ ही निवेश भी आकर्षित होगा, वहीं कांग्रेस ने इस फैसले को मोदी के अमेरिका दौरे से जोड़ते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ह्यूस्टन में अपने भाषण से पहले स्टॉक बाजार में उछाल के लिए क्या करेंगे।
प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘कॉरपोरेट कर में कटौती का कदम ऐतिहासिक है । इससे मेक इन इंडिया’ में बड़ा उछाल आयेगा, दुनिया भर से निवेश आकर्षित होगा, निजी क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी एवं रोजगार के अधिक अवसर सृजित होंगे । इसके परिणामस्वरूप 130 करोड़ भारतीयों के लिये बेहतर परिणाम आयेंगे । ’’
सरकार ने आर्थिक वृद्धि दर को गति देने के लिये बड़ी घोषणा करते हुए शुक्रवार को कॉरपोरेट कर की प्रभावी दर घटा दी। अब घरेलू
कंपनियों के लिये सभी अधिशेषों और उपकर समेत कॉरपोरेट कर की प्रभावी दर 25.17 प्रतिशत होगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि नयी दर इस वित्त वर्ष के एक अप्रैल से प्रभावी होगी।
उन्होंने कहा कि दर कम करने तथा अन्य घोषणाओं से राजस्व में सालाना 1.45 लाख करोड़ रुपये की कमी का अनुमान है।
भाजपा अध्यक्ष एवं गृह मंत्री अमित शाह ने कॉरपोरेट कर की दरें कम किए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि मोदी सरकार भारत को बड़ा विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इन फैसलों से भारतीय बाजार संभावित निवेशकों के लिये अधिक आकर्षक बनेंगे ।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका के ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम को लेकर तंज कसते हुए शुक्रवार को दावा किया कि कोई भी कार्यक्रम उस आर्थिक बदहाली की सच्चाई को नहीं छिपा सकता जिसमें मोदी ने देश को डाल दिया है।
गांधी ने ट्वीट में तंज करते हुए सवाल किया, ‘‘यह अद्भुत है कि प्रधानमंत्री स्टॉक बाजार में उछाल के लिए अपने ‘हाउडी इंडियन इकॉनमी’ वाले जश्न के दौरान क्या करने जा रहे हैं?’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘1.4 लाख करोड़ रुपये के साथ ह्यूस्टन का कार्यक्रम अब तक दुनिया का सबसे महंगा कार्यक्रम है। लेकिन कोई भी कार्यक्रम उस आर्थिक बदहाली की हकीकत को नहीं छिपा सकता जिसमें ‘हाउडी मोदी’ ने भारत को डाल दिया है।’’
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने विभिन्न वाम दलों के सम्मेलन में कहा, ‘‘मोदी सरकार ने पिछले कुछ महीने में देश के अमीरों को 2.25 लाख करोड़ से ज्यादा की राहत दी है लेकिन किसानों की मदद करने से बचती रही है जो आत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं।’’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सरकार का यह कदम डगमगाते शेयर बाजार को संभालने के लिए है, जबकि इससे अर्थव्यवस्था मंदी की मार से बाहर नहीं निकलने वाली है क्योंकि मध्यम वर्ग और वेतनभोगी लोगों को कोई राहत नहीं दी गई है।