नयी दिल्ली, भारतीय राजनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के प्रभुत्व, जनसंघ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 100 साल पुराने इतिहास को समेटे और भगवा पार्टी के संस्थापकों अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी की जोड़ी पर केंद्रित एक पुस्तक जल्द ही बाजार में आ रही है।
इस पुस्तक का नाम ‘‘जुगलबंदी: द् बीजेपी बिफोर मोदी’’ है। इसके लेखक हैं राजनीति विज्ञानी विनय सीतापति। आगामी 23 नवंबर को जारी होने वाली इस पुस्तक का प्रकाशन पेंगुइन के ‘‘वाइकिंग’’ ने किया है।
सीतापति बताते हैं, ‘‘भारतीय राजनीति में मोदी और भाजपा का प्रभुत्व देखने से लगता है कि यह अचानक से हुआ है लेकिन वास्तव में यह सौ वर्षों की कहानी है। ‘जुगलबंदी’ के जरिए पाठक उस कहानी तक पहुंच सकता है। यह अपने पाठकों को आरएसएस, जन संघ और भाजपा के जरिए, वाजपेयी व आडवाणी के अद्भुत संबंधों के साथ मोदी और अमित शाह जैसे व्यक्तित्वों के जरिए वह कहानी बताएगा। यदि कोई पाठक नये भारत का इतिहास किसी एक किताब से जानना चाहता है तो उसके लिए यह किताब है।’’
प्रकाशकों के मुताबिक 1920 में ‘‘हिन्दू राष्ट्रवाद की उत्पत्ति’’ से लेकर 1998 से 2004 के बीच भाजपा सरकार के गठन तक सीतापति की किताब भारतीय राजनीति में मोदी के वर्तमान प्रभुत्व के पीछे की कहानी बताती है।
सीतापति ने इससे पहले ‘‘हाफ लायन’’ किताब लिखी थी जो भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव की जीवनी पर आधारित थी। सीतापति फिलहाल अशोक विश्वविद्यालय में पढ़ाते हैं