नयी दिल्ली, देश में अब तक कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ से 10 लाख से अधिक लोग स्वस्थ हो चुके हैं और कुल सक्रिय मामलों की संख्या इस समय पांच लाख से अधिक है जो देश के बेहतर चिकित्सकीय प्रबंधन और इस विषाणु को नियंत्रित करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (ओएसडी) राजेश भूषण ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि देश में चार जून को कोरोना के स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या एक लाख से अधिक थी और दो जुलाई को बढ़कर यह 3,47978 हो गई थी और 30 जुलाई को कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 10,20582 हो गई है जो एक बहुत ही सकारात्मक उपलब्धि है। इसका श्रेय देश के हजारों चिकित्सकों और नर्सों और स्वास्थ्य स्टाफ को जाता है जिन्होंने कोरोना से निपटने में अपनी जान की परवाह भी नहीं की। देश में बहुत सीमित संसाधन होते हुए भी इस उपलब्धि को हासिल किया जाना अपने आप में बड़ी बात है।
उन्होंने बताया कि देश में जुलाई माह में दैनिक आधार पर ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा दर्ज किया गया है और एक से पांच जुलाई तक प्रतिदिन औसतन 14852 मरीज ठीक हो रहे थे और 11 से 15 जुलाई तक यह आंकड़ा बढ़कर 19303 हो गया था तथा 26 से 30 जुलाई के दौरान यह आंकड़ा 34230 मरीज प्रतिदिन हो गया है।
देश में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर में भी काफी इजाफा हो रहा है और जहां दो अप्रैल को यह दर मात्र 7.85 प्रतिशत थी वहीं 30 अप्रैल को बढ़कर 24.56 प्रतिशत, चार जून को 48.31 प्रतिशत हो गई थी और 30 जुलाई को बढ़कर 64.44 प्रतिशत दर्ज की गई है।
देश की औसतन मृत्यु दर आज 2.21 है लेकिन देश के 24 राज्य ऐसे हैं जहां कोरोना मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से भी कम है। इसी तरह कोरोना संक्रमण से मुक्त होने की दर वर्तमान में राष्ट्रीय स्तर पर 64.44 प्रतिशत है लेकिन देश के 16 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहां यह राष्ट्रीय औसत से भी अधिक है।
उन्होंने कहा कि संक्रमण की पॅाजिटिवटी दर में भी लगातार सुधार आ रहा है। पिछले सात दिनों के आंकड़ों के अनुसार, देश के 21 राज्यों में पोजिटिवटी दर 10 प्रतिशत से भी कम है। जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, पंजाब और राजस्थान में पोजिटिवटी दर पांच प्रतिशत से भी कम है। महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, पुड्डुचेरी और ओडिशा पोजिटिवटी दर 10 प्रतिशत से अधिक है।