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लखनऊ , उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने कहा कि समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस योजना के अंतर्गत अभी तक 300000 से अधिक जोड़ों का विवाह कराया गया है।
उन्होने 65 नवविवाहित जोेड़ों के परिणय संस्कार के अवसर पर संकल्प दिलाया कि आज से वे किसी प्रकार का नशा नही करेंगे और परिवार की देखभाल सही तरीके से करेगें।
श्री शास्त्री ने यहां जेआरएम मैरिज गार्डन दुबग्गा रिंग रोड रेलवे ओवर ब्रिज बुद्धेश्वर लखनऊ में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की इस योजना के माध्यम से गरीब परिवारों की कन्याओं की शादी विधि विधान से संपन्न कराई जाती है।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक वर्ग एवं सामान्य वर्ग के गरीब व्यक्तियों के पुत्रियों की शादी कराने का काम वर्तमान सरकार द्वारा किया जा रहा है। गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले जरूरतमंद, निराश्रित, निर्धन, परिवारों की विवाह योग्य कन्या, विधवा, परित्यक्ता, तलाकशुदा महिलाओं के विवाह का कार्य मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से सामूहिक विवाह संपन्न कराकर कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले लोगों की उनकी सामाजिक धार्मिक मान्यता एवं परंपरा रीति रिवाज के अनुसार विवाह करने की व्यवस्था करा कर समाज में सर्व धर्म समभाव एवं सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कार्यक्रम संपन्न कराए जाने एवं सभी वर्गों के व्यक्तियों की पुत्रियों की शादी समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कराया जा रहा है ।
श्री शास्त्री ने बताया की लखनऊ में आज 65 जोड़ों की शादी संपन्न कराई जा रही है। कन्या के दांपत्य जीवन में खुशहाली एवं गृहस्थी की स्थापना के लिये सहायता राशि 35000 रूपया कन्या के खाते में अंतरित की जाती है। विवाह संस्कार के लिए आवश्यक सामग्री कपड़े, बिछिया, पायल, चांदी तथा सात बर्तन, रुपया 10000 की धनराशि तथा अन्य आवश्यक व्यवस्था के लिये 6000 रूपया प्रति जोड़ा व्यय किए जाने की व्यवस्था है। इस प्रकार एक जोड़े पर कुल रु0 51000 की धनराशि व्यय की जाती है।
उन्होंने कहा कि समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस योजना के अंतर्गत अभी तक 300000 से अधिक जोड़ों का विवाह कराया गया है। वर्तमान सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को ध्यान में रखते हुए अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के उद्धार करने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा बिना किसी भेदभाव के पात्र लाभर्थियों लाभन्वित करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जो जिस धर्म का होगा उसकी उसी धर्म के अनुसार विधि विधान से शादी कराई जाती है, ऐसी व्यवस्था इस योजना के तहत की गई है।