नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2024 तक देश के करीब सभी 19 करोड़ घरों तक ‘नल से जल’ देने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार मिशन मोड पर काम कर रही है और अब तक चार करोड़ 94 लाख 63 हजार से अधिक घरों को योजना से जोड़ा जा चुका है।
श्री मोदी ने पिछले वर्ष 15 अगस्त को लाल किला से देश के हर घर को नल से पेयजल उपलब्ध कराने की घोषणा की थी। सरकार का कहना है कि देश में 18 करोड़ 93 लाख 30 हजार 879 घरों में से अब तक चार करोड़ 94 लाख 63 हजार 297 घरों को इस योजना से जोड़ा गया है जिसमें 66 लाख 21 हजार 821 घरों तक नल से जल पहुंचाने के क्रम में गुजरात पहले स्थान पर रहा जबकि 53 लाख 88 हजार 428 घरों तक यह सुविधा देने के मामले में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है। सभी राज्यों में घरों की संख्या अलग अलग है और प्रतिशत के हिसाब से पंजाब, हरियाणा तथा हिमाचल प्रदेश सबसे आगे हैं।
सरकार का कहना है कि इस काम के लिए पैसे की कमी नहीं होने दी जाएगी और कोविड-19 के कारण बेरोजगार हुए कुशल और अकुशल श्रमिकों को इस परियोजना के तहत ग्रामीण इलाकों में रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। योजना से जहां ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को रोजगार मिलेगा तथा उनकी समस्याओं का निदान होगा वही पेयजल भी गांव के लोगों को मिल सकेगा।
योजना से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि श्री मोदी की घोषणा के बाद से ही इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। ‘जल जीवन मिशन’ की घोषणा के बाद 25 दिसम्बर तक इस संबंध में कार्य क्रियान्वयन को लेकर दिशा निर्देश जारी किए गये। योजना का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के हर घर को मिले और गलती से भी कोई परिवार योजना का लाभ पाने से वंचित नहीं रहे इसके लिए इसे केंद्रीकृत कर ग्राम स्तर पर जल समितियों का गठन किया गया जिसमें 50 फीसदी महिला सदस्यों को जगह दी गयी। मिशन को पूरा करने में कोई कमी नहीं रहे इसके लिए गांव के स्तर पर ग्राम कार्य योजना बनायी गयी।