Breaking News

यूपी में कोरोना मरीजों के लिये एक लाख से अधिक बेड उपलब्ध: मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ , प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान श्री योगी ने कहा कि भारत सरकार के सहयोग से राज्य में चिकित्सा इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने में बहुत मदद मिली है। इस समय प्रदेश में लेवल-1, लेवल-2, लेवल-3 के कुल 503 कोविड अस्पताल क्रियाशील हैं। इन अस्पतालों में कुल एक लाख एक हजार 236 बेड उपलब्ध हैं।

प्रदेश में उपलब्ध एक लाख से अधिक कोविड बेड का उल्लेख करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री से कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने व इसके प्रसार पर नियंत्रण के लिए लक्षणरहित कोविड-19 पाॅज़िटिव मरीजों को कोविड अस्पतालों में रखे जाने की अनुमति प्रदान करने का अनुरोध किया।

श्री योगी ने कहा कि लेवल-1 अस्पतालों में आक्सीजन तथा लेवल-2 अस्पतालों में आक्सीजन के साथ ही वेण्टीलेटर की उपलब्धता भी है। राज्य में लेवल-3 के डेडीकेटेड अस्पतालों की संख्या 25 है। इन अस्पतालों में गम्भीर रोगों से ग्रसित मरीजों के कोरोना संक्रमित होने पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में उपचार किया जाता है। राज्य के सभी 75 जिलों में वेण्टीलेटर की सुविधा उपलब्ध है।
उन्होने कहा कि मेडिकल इंफेक्शन से बचाव के सभी प्रबन्ध सुनिश्चित करते हुए इमरजेंसी सेवाओं के साथ ही जरूरी आपरेशन की सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। यह सुविधा प्रदेश के सभी जिलों में उपलब्ध करायी जा रही है। इसके लिए सभी जिलों के नाॅन कोविड चिकित्सालयों तथा मेडिकल काॅलेजों में ट्रूनेट मशीनें लगायी गयी हैं। इन मशीनों की सहायता से एक घण्टे में कोविड-19 की जांच की जा सकती है। इसके साथ ही, युद्धस्तर पर मानव संसाधन के प्रशिक्षण की कार्यवाही भी संचालित की जा रही है। अब तक 12,051 चिकित्सक, 12,983 स्टाफ नर्स, 43,140 पैरामेडिकल स्टाफ, 19,288 ए0एन0एम0 तथा 1,45,101 आशा वर्कर्स का प्रशिक्षण कराया गया है, जो कोरोना वाॅरियर्स के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
श्री योगी ने कहा कि राज्य में कम्युनिटी सर्विलांस व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। 01 लाख 21 हजार 746 टीमों द्वारा 92.1 लाख घरों का भ्रमण करके 4.70 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग करने के साथ ही, कोविड-19 के प्रति जागरूकता का प्रसार किया गया है। राज्य में क्वारंटीन सेंटर्स की क्षमता लगभग 15 लाख है। क्वारंटीन सेंटर में पूल टेस्ट तथा व्यक्तिगत टेस्ट द्वारा संक्रमित पाये गये लोगों को डेडीकेटेड कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

चिकित्सा इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने में मदद के लिये केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि दिल्ली और उससे सटे जिलों के लिये एक समग्र नीति बनाये जाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 के संक्रमण की जांच के लिए पांच लाख से अधिक टेस्ट हो चुके हैं। वर्तमान में कोविड-19 के संक्रमण से सम्बन्धित प्रतिदिन लगभग 16,000 टेस्ट किए जा रहे हैं जिसे 20 जून तक बढ़ाकर 20,000 किए जाने का लक्ष्य है।

उन्होने श्री मोदी से आग्रह किया कि दिल्ली एवं उससे सटे जिलों के लिए एक समग्र नीति बनायी जाए। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में निरन्तर आवागमन होता रहता है। इसके मद्देनजर कोरोना के संदिग्ध तथा लक्षणरहित संक्रमित व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से संक्रमित लक्षणरहित मामलों को होम क्वारंटीन में रखने पर, जरूरी अनुशासन का पालन सम्भव नहीं हो पाता। इससे संक्रमित के परिजनों को संक्रमण के जोखिम के साथ ही, परिवार के सम्पर्क में आये अन्य व्यक्तियों के माध्यम से इन्फेक्शन के प्रसार की आशंका बनी रहती है।