धारवाड़, श्री राम सेना के कार्यकताओं ने कर्नाटक में धारवाड़ के नुग्गीकेरी गांव में शनिवार को हनुमान मंदिर के पास मुस्लमानों की दुकानों को बंद कराया और तरबूज बेच रहे फेरीवाले की रेढ़ी पलट दी ।
हिन्दुत्ववादी संगठन 18 मार्च के बाद से कर्नाटक भर में मंदिरों के आस पास मुस्लिम विक्रेताओं पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं। श्रीराम सेना के सदस्यों ने कुछ मुस्लिम दुकानदारों की दुकानें भी बंद कीं।श्री राम सेना के सदस्यों ने कहा कि गैर-हिन्दुओं को मंदिर के पास दुकान लगाने से मना किया गया था लेकिन उन्होंने आदेशों का उल्लंघन किया।
तरबूज विक्रेता नबीसाहब ने बताया कि कुछ लोग उनके पास आकर उन्हें थप्पड़ मारने लगे, और मुस्लिम विक्रेताओं से खरीदारी करने के लिए लोगों पर चिल्लाने लगे।
उन्होंने कहा, “आरोपियों ने तरबूज समेटने का समय भी नहीं दिया और सभी फल नष्ट कर दिये। मुझे 8,000 रुपये का नुकसान हुआ। मैं पिछले 15 सालों से फेरी लगा रहा हूं और मैंने कभी ऐसा कुछ नहीं देखा है।”
इसी बीच, मंदिर के पुजारी नरसिम्हाराव देसाई ने कहा कि शनिवार को मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ होने के कारण वह बाहर ध्यान नहीं दे पाये।
पुजारी ने कहा, “मंदिर समिति की बैठक के बाद श्री राम सेना की मांगों पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने हमसे भी मांग की थी कि मंदिर के पास गैर-हिन्दुओं को दुकान न लगाने दी जाए लेकिन इस बारे मे रविवार को होने वाली बैठक में मंदिर समिति द्वारा फैसला लिया जाएगा।” कर्नाटक सरकार ने 2022 के धार्मिक विन्यास अधिनियम का हवाला देते हुए हिंदूवादी संगठनों की इस मांग का समर्थन किया था।