देहरादून, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की ओर से शुक्रवार को गांधी जयंती पर ‘स्वच्छता साक्षरता अभियान 2020-21’ (02 अक्टूबर 2020 से 26 जनवरी 2021) के अंतर्गत, स्वच्छ गाँव, स्वस्थ गाँव व सुखी गाँव का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्य महाप्रबंधक डॉ. ज्ञानेंद्र मणि ने कहा कि किसी भी देश की प्रगति व समृद्धि उसके लोगों के स्वास्थय पर टिकी होती है। उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी ने भी स्वच्छता पर बहुत जोर दिया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने महात्मा गांधी के सपने स्वच्छ भारत को पूरा करने के लिए जो स्वच्छ भारत मिशन शुरू किया जिसे न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व ने सराहा है।
श्री ज्ञानेंद्र ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के प्रथम चरण में तहत उत्तराखण्ड में 5 लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया तथा पूरे राज्य में स्वच्छता के प्रति नई क्रांति पैदा की। आज राज्य की 7500 से अधिक पंचायतों ने अपने आपको ‘खुले में शौच मुक्त’ घोषित किया है। उन्होंने कहा कि आज भारत ‘खुले में शौच मुक्त’ (ओपन डिफेकेशन फ्री-ओडीएफ) देश बन गया है तथा अब हमें इसे और आगे बढ़ाने है जिसके लिए लोग को जागरूक करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए हम सभी हितधारकों के साथ मिलकर कार्य करना होगा जिसमें राज्य सरकार, भारतीय रिजर्व बैंक व सहकारी बैंक, एनजीओ, एसएचजी आदि बडा अहम रोल रखते हैं। इसी महत्त्व को ध्यान में रखते हुए नाबार्ड ने ‘ओडीएफ+’ ‘स्वच्छता साक्षरता अभियान 2020-21’ को शुरू किया है जो उत्तराखण्ड के सभी 13 जिलों में चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत 50 कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई गई है। इस अभियान में वाश (वाटर, सेनिटेशन व हाईजिन) पर जोर दिया जाएगा। इसके तहत पहले से निर्मित शौचालयों का उपयोग करने तथा नए शौचालय बनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा। इस अभियान से स्वच्छ गाँव, स्वस्थ गाँव व सुखी गाँव की परिकल्पना को साकार किया जाएगा।
भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक राजेश कुमार ने गांधी जयंती व नाबार्ड के इस अभियान के लिए बधाई देते हुए कहा कि नाबार्ड ने बहुत ही सही समय पर यह अभियान शुरू किया है। कोविड-19 के दौरान यह अत्यंत प्रासंगिक है। साथ ही उन्होंने वितीय साक्षरता कार्यक्रमों में इसे शामिल करनेका आश्वासन दिया और कहा गांधी जी के सिद्धांतों पर चलना ही देश सेवा है।
इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक डॉ. ज्ञानेंद्र मणि, भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक राजेश कुमार व पेयजल सचिव जी.बी. ओली ने संयुक्त रूप से स्वच्छता साक्षरता संबंधी पोस्टर व पैम्फेलेट का विमोचन किया।
सहायक प्रबंधक विकास कुमार जैन ने कार्यक्रम में पीपीटी प्रस्तुति के माध्मय से स्वच्छता के फायदे, नाबार्ड की योजनाओं तथा साक्षरता अभियान के मुख्य लक्ष्यों के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन सहायक महाप्रबंधक तनुजा प्रसाद ने व धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक भास्कर पंत ने दिया। कार्यक्रम में एसएलबीसी, उत्तराखण्ड ग्रामीण बैंक, सहकारी बैंक, केवीआईसी, केवीआईबी, कृषि विभाग, विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ नाबार्ड के सभी जिला विकास प्रबंधकों व वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।