छेड़खानी के मामले में नाना पाटेकर के खिलाफ, पुलिस के पास कोई सबूत नहीं
June 14, 2019
मुंबई, मुंबई पुलिस ने एक स्थानीय अदालत को बताया कि अदाकारा तनुश्री दत्ता द्वारा नाना पाटेकर के खिलाफ दर्ज कराए गए छेड़खानी के मामले में अभिनेता पर मुकदमा चलाने के लिए उसके पास कोई सबूत नहीं है।
हालांकि, 35 वर्षीय तनुश्री ने पाटेकर को दी गई ‘‘क्लीन चिट’’ पर निराशा जाहिर की और पुलिस तथा कानून प्रणाली को ‘भ्रष्ट’ करार दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि पाटेकर को क्लीन चिट दिए जाने से महिलाओं को सार्वजनिक तौर पर अपनी ‘मी टू’ आपबीती बयां करने से नहीं डरना चाहिए। उल्लेखनीय है कि पिछले साल पाटेकर के खिलाफ लगाए गए तनुश्री के इस आरोप से सोशल मीडिया पर राष्ट्रव्यापी ‘‘मी टू’’ मुहिम शुरू हो गई थी।
पुलिस उपायुक्त परमजीत सिंह दहिया ने पीटीआई-भाषा को बताया कि उपनगरीय ओशिवरा पुलिस ने बुधवार को अंधेरी में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष ‘बी समरी’ रिपोर्ट दाखिल की है। यह रिपोर्ट उस वक्त दाखिल की जाती है जब पुलिस आरोपपत्र दाखिल करने के लिए और मुकदमा चलाने का अनुरोध करने के लिए आरोपी के खिलाफ कोई सबूत नहीं पाती है। क्लोजर रिपोर्ट पर मजिस्ट्रेट अदालत ने अभी कोई आदेश नहीं सुनाया है। रिपोर्ट स्वीकार या अस्वीकार करने से पहले, अदालत सभी संबंधित पक्षों की दलीलें सुनेगी।
तनुश्री ने यहां एक बयान में कहा कि वह न तो स्तब्ध हैं ना ही आश्चर्यचकित हैं। उनके वकील ने उन्हें बताया कि वे पुलिस रिपोर्ट का विरोध करेंगे और यहां तक कि इसके खिलाफ उच्च न्यायालय जाएंगे। अदाकारा ने कहा, ‘‘एक भ्रष्ट पुलिस बल और कानून व्यवस्था कहीं अधिक भ्रष्ट व्यक्ति नाना (पाटेकर) को क्लीन चिट दे रही है, जिन पर अतीत में फिल्म जगत की कई महिलाओं ने दादागिरि दिखाने, धमकाने और प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। ’’
हालांकि, पाटेकर ने अपने खिलाफ लगाए आरोपों को खारिज कर दिया है। तनुश्री ने कहा कि वह यह समझ पाने में नाकाम रही कि जब गवाहों के बयान तक दर्ज नहीं किए गए हैं ऐसे में ‘समरी रिपोर्ट’ कैसे सौंप दी गई। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे गवाहों को धमका कर खामोश किया गया है और मामले को कमजोर बनाने के लिए फर्जी गवाह खड़े किए गए हैं। यह रिपोर्ट दाखिल करने की ऐसी क्या हड़बड़ी थी, जबकि मेरे गवाहों के बयान तक नहीं दर्ज किए गए हैं?’’ अदाकारा ने कहा, ‘‘मैं न तो स्तब्ध हूं, ना ही आश्चर्यचकित हूं। भारत में महिला होने के नाते यह कुछ ऐसी चीज है जिसके हम सभी अभ्यस्त हैं। यदि बलात्कार के आरोपी आलोक नाथ को क्लीन चिट मिल गई और वह फिल्मों में लौट गए तो निश्चित रूप से प्रताड़ना के आरोपी नाना पाटेकर को…खुद के लिए क्लीन चिट पाना मुश्किल नहीं होने जा रहा है…।’’
उन्होंने कहा कि उन पर हमले का 10 साल पुराना एक वीडियो लोगों के बीच उपलब्ध होने के बावजूद न्याय नहीं मिला। उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद भी, यदि आप उनकी (पाटेकर की) फिल्में देखने का फैसला करते हैं और उनका समर्थन करते हैं तो यह आपके बुरे कर्म हैं।’’
अदाकारा ने कहा, ‘‘ भ्रष्ट प्रणाली के खिलाफ अकेले लड़ते हुए वह थक गई हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘निहायत ही घटिया लोगों को सोशल मीडिया और अन्य मंचों को जरिए बेनकाब करना जारी रखें तके भविष्य में ऐसे लोग किसी बेकसूर युवती को परेशान करने से पहले दो बार सोचें। ’’
पाटेकर के वकील अनिकेत निकम ने इस कदम का स्वागत किया है, जबकि तनुश्री के वकील नितिन सतपुते ने दावा किया है कि पुलिस ने लापरवाह तरीके से काम किया है।
निकम ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘मेरे मुवक्किल नाना पाटेकर के खिलाफ सभी आरोप झूठे हैं। सच्चाई आखिर देर-सबेर सामने आ ही जाती है, चाहे कोई इसे कितना ही क्यों न दबाना चाहता हो। मेरे मुवक्किल निर्दोष हैं और न्याय होगा।’’ हालांकि, सतपुते ने कहा कि ना तो उन्होंने और ना ही उनकी मुवक्किल (तुनश्री) को पुलिस से कोई आधिकारिक सूचना मिली है। उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस की रिपोर्ट अंतिम नहीं है। हम इसका विरोध कर सकते हैं और हमें सुनने के बाद अदालत यदि संतुष्ट होती है तो पुलिस को नये सिरे से जांच करने या आगे भी जांच करने का निर्देश दे सकती है। ’’ उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने पाटेकर को बचाने के लिए लावरवाही से काम किया।
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस ने उपयुक्त जांच नहीं की, इसलिए हम समरी रिपोर्ट का विरोध करते हैं और बंबई उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका दायर करने जा रहे हैं।’’ गौरतलब है कि तनुश्री ने अक्टूबर 2018 में पाटेकर के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी। अदाकारा ने आरोप लगाया था कि अभिनेता ने 2008 में ‘हॉर्न ओके प्लीज’ फिल्म के सेट पर एक गाने की शूटिंग के दौरान उन्हें परेशान किया और उनके साथ बदसलूकी की।
अदाकारा ने यह भी आरोप लगाया कि गाने की शूटिंग के दौरान पाटेकर ने उन्हें अनुचित तरीके से छुआ था, जबकि उन्होंने(तनुश्री ने) पहले ही साफ-साफ कह दिया था कि वह (शूटिंग के दौरान) अश्लील या असहज करने वाले डांस स्टेप नहीं करेंगी। पाटेकर के अलावा कोरियोग्राफर गणेश आचार्य, फिल्म निर्माता समी सिद्दिकी और निर्देशक राकेश सारंग के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था। ‘बी समरी’ रिपोर्ट दायर होने से आचार्य, सिद्दिकी और सारंग भी मामले में आरोप मुक्त हो जाएंगे। अधिकारी ने बताया कि अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है।