नयी दिल्ली , देश में कोरोना संकट को देखते हुए राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) की 17 जुलाई से होने वाली 10वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गयी है तथा इन कक्षाओं के छात्र अब अपनी पृर्व परीक्षाओं के आधार पर अपना रिजल्ट हासिल कर सकेंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने शुक्रवार को इसकी घोषणा करते हुए कि छात्रों के स्वास्थ्य एवं उनके हितों को ध्यान में रखते हुए अब तक लिए गये निर्णयों की तरह एनआईओएस के अध्ययरनरत छात्रों के हित में ये परीक्षाएं रद्द की गयी है। उन्होंने कहा , “ मैं एक बार फिर सभी छात्रों एवं अभिभावकों को विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि केंद्र सरकार एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय सभी छात्रों के भविष्य को सुरक्षित रख कर ही काम करेंगे।”
एनआईओएस की विज्ञप्ति के मुताबिक इन कक्षाओं के छात्रों का परीक्षाफल चार विषयों में से तीन विषयों के श्रेष्ठ अंको के आधार पर निकाला जाएगा । जो छात्र तीन विषयों को पहले पास कर चुके हैं , उनके दो विषयों के सर्वोच्च अंकों के आधार पर परिणाम निकाले जाएंगे । अगर जिन छात्रों ने एक या दो परीक्षा में ही पहले पास किया है तो उनकी पहले की तीन परीक्षाओं के आधार पर उन्हें अंक दिया जाएगा। इसके अलावा कोई छात्र पहली बार परीक्षा में बैठ रहा है और यदि उसके ट्यूटर असाइनमेंट तथा प्रैक्टिकल के नंबर उपलब्ध हैं तो उन्हें उनके आधार पर रिजल्ट दिया जाएगा।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि अगर कोई छात्र बाद में होने वाली किसी परीक्षा में बैठ कर अपना रिजल्ट सुधारना चाहता है तो उन्हें इसके लिए मौका दिया जाएगा।