बीजापुर, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सली दंपति ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। नक्सली दंपति पर लाख रुपए का इनाम है।
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि बीजापुर जिले में आज पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों के सामने नक्सली गोपी मोडियाम (35 वर्ष) और उसकी पत्नी भारती कट्टम (32 वर्ष) ने आत्मसमर्पण कर दिया है।
सुंदरराज ने बताया कि मोडियाम गंगालूर एरिया कमेटी का सक्रिय सदस्य है। यह 2002 में संगठन में भर्ती हुआ था।
उन्होंने बताया कि मोडियाम के खिलाफ अलग अलग थाना क्षेत्रों में 73 नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। इनमें पुलिस दल पर हमला, हत्या, लूट और अन्य आरोप शामिल हैं। उसपर पांच लाख रुपए का इनाम है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों ने 2006 में मुरकीनार पुलिस शिविर पर हमला किया था। इस हमले में 11 पुलिस कर्मी शहीद हुए थे। वहीं 2006 में ही पालमवाया में नक्सलियों ने हमला कर छह पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी। इन हमलों में मोडियाम भी शामिल था।
सुंदरराज ने बताया कि मोडियाम की पत्नी भारती नक्सलियों के मिलिट्री प्लाटून नंबर दो की सक्रिय सदस्य है। वह 2003 में संगठन में भर्ती हुई थी।
उन्होंने बताया कि भारती भी कई नक्सली घटनाओं में शामिल रही है। उसपर दो लाख रुपए का इनाम है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मोडियाम ने पुलिस को जानकारी दी है कि उन्होंने माओवादियों की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार और प्रताड़ना से तंग आकर आत्मसमर्पण करने फैसला किया है।
उसने बताया कि वर्ष 2012 में गंगालूर एरिया कमेटी के सचिव पद से हटा दिया गया तथा पार्टी का सबसे पुराना कार्यकर्ता होने के बावजूद डिविजनल कमेटी मेंबर का पद नहीं दिया गया। इससे वह दुखी था।
सुंदरराज ने बताया कि माओवादियों के आत्मसमर्पण करने पर इन्हें उत्साहवर्धन के लिए शासन की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत 10-10 हजार रूपए नगद प्रोत्साहन राशि दी गई है। वहीं नीति के तहत उन्हें अन्य सुविधाएं भी दी जाएगी।