काठमांडू, नेपाल ने सोमवार को छह महीने बाद चीन के साथ अपने सबसे महत्वपूर्ण सीमा व्यापार मार्ग को फिर से खोल दिया। कोरोना वायरस महामारी के कारण इसे बंद कर दिया गया था। नेपाली अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है।
चीन और नेपाल के बीच सीमा पार व्यापार के लिये दो प्रमुख मार्ग हैं। इनमें से एक है रासुवागाढी- केरुंग सीमा पार केन्द्र। दूसरा सीमापार व्यापार मार्ग तातोपाणि- झांगमू है जिसे दो महीने बंद रखने के बाद मार्च अंत में खोल दिया गया था।
अधिकारी ने कहा फिलहाल दोनों देशों के बीच केवल एक तरफ से माल परिवहन की शुरुआत की गई है। तिब्बत के केरुंग में जो माल अटका हुआ था वह सोमवार को खोले गये सीमा बिंदु से अब नेपाल में पहुंचने लगा है।
उन्होंने कहा कि रासुवागाढी सीमा बिंदु को अभी केवल एक तरफा माल के लिये खोला गया है। चीन से नेपाल में माल पहुंचाने के लिये ही इसे खोला गया है। इस सीमापार रास्ते से कोई मानवीय आवागमन नहीं होगा। अधिकारी ने कहा कि दोतरफा परिवहन सुविधा और लोगों का आवागमन कुछ समय बाद शुरू किया जायेगा।
अधिकारी ने कहा कि इस रास्ते से 120 टन माल रोजाना चीन से नेपाल पहुंचेगा। इस रास्ते से चीन को फल, तैयार माल, इलेक्ट्रानिक सामान, दूरसंचार और जल विद्युत परियोजनाओं के लिये उपकरण नेपाल में भेजे जायेंगे।
यह सीमा पार रास्ता कोविड-19 के कारण जनवरी में ही बंद कर दिया गया था।
नेपाल में कोरोना वायरस से संक्रमितों का आंकड़ा रविवार को 293 नये मामले सामने आने के साथ ही बढ़कर 15,784 तक पहुंच गया। नेपाल में कोविड- 19 से अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है।
खतरनाक कोरोना वायरस बीमारी की शुरुआत चीन के बुहान शहर से दिसंबर 2019 में हुई थी। चीन में इस बीमारी से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 83,553 तक पहुंचा जबकि 4,634 लोगों की इससे मौत हुई।