Breaking News

बद्रीनाथ के पट खोलने को लेकर शुरू हुआ नया विवाद

मथुरा, ब्रदीनाथ के पट खोलने को लेकर विवाद की शुरूआत हो गयी है।

ज्योतिष एवं द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने ब्रदीनाथ के पट खोलने लिये रावल के विद्यमान रहते टिहरी के राजा की अनुमति से पट खोलने की तिथि बदलना सर्वथा अनुचित है।

शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने शनिवार को एक बयान में कहा कि ब्रदीनाथ के पट खुलने की तिथि के परिवर्तन की सूचना से उन्हें आश्चर्य हुआ है। रावल के बद्रीनाथ में विद्यमान रहते टिहरीके राजा की अनुमति से पट खोलने की तिथि बदलना सर्वथा अनुचित है। स्वास्थ्य परीक्षण का बहाना बेमानी है। परीक्षण तो एक घंटे में भी हो सकता है।

उन्होंने कहा कि परंपरा के अनुसार भगवान बद्रीनाथ की प्रतिमा का स्पर्श बाल ब्रम्हचारी ही कर सकता है इसीलिए गृहस्थ डिमरी स्वयं पूजा न करके पूजन सामग्री रावल को सौंपते हैं। भगवान के पट खोलने के शुभ मुहूर्त की एक प्रक्रिया है जिसमें गणेशादि का स्मरण कर प्राचीन आदि शंकराचार्य की गद्दी से अनुमति लेकर त्रिलोकी के मंगल की कामना से भगवान की पूजा प्रारंभ करने की तिथि निश्चित की जाती है। उसका पालन किया जाता है। इस तिथि का पालन न करने पर देवताओं के कोप भाजन की आशंका बलवती हो जाती है।