नई दिल्ली, यौन प्रताड़ना से जुड़े मामलों को लेकर कंपनियों ने अपनी नीतियों में बड़ा बदलाव किया है। कार्यालय के अंदर की डेटिंग नीति में बदलाव के तहत अब आफिस मे यदि किसी कर्मी के साथ रोमांटिक रिश्तें हैं तो उनका भी खुलासा करना पड़ेगा।
द वर्ज की रिपोर्ट में कहा गया है कि फेसबुकऔर गूगल सहित कई अन्य कंपनियों ने भी यौन प्रताड़ना से जुड़े मामलों को लेकर अपनी नीतियों में बदलाव किया है और किसी कर्मचारी द्वारा किसी अन्य कर्मी पर इस तरह के आरोप के मामले में अपनी नीति में मध्यस्थता की धारा को हटा दिया है, जिसमें माइक्रोसॉफ्ट, उबर, और लिफ्ट शामिल हैं।
गूगल के पदचिन्हों पर चलते हुए फेसबुक ने यौन प्रताड़ना से जुड़े मामलों को लेकर अपनी नीतियों में बदलाव किया है और किसी कर्मचारी द्वारा किसी अन्य कर्मी पर इस तरह के आरोप के मामले में कंपनी द्वारा मध्यस्थता को वैकल्पिक बना दिया है। द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में शुक्रवार को कहा गया कि फेसबुक ने आंतरिक पोस्ट में अपने कर्मचारियों के समक्ष नई नीति की घोषणा की है।
नई नीति के मुताबिक, अब फेसबुक के कर्मचारी अगर चाहें तो यौन प्रताड़ना के मामलों की कंपनी के समक्ष शिकायत दर्ज करने के बजाए सीधे अदालती कार्रवाई कर सकेंगे। फेसबुक ने इसके अलावा कार्यालय के अंदर की डेटिंग नीति में भी बदलाव किया है। अब निदेशक या उससे ऊपर के स्तर के किसी व्यक्ति के किसी अन्य कर्मी के साथ रोमांटिक रिश्तों का खुलासा करना होगा, अगर वह कर्मी सीधे उसके अंदर काम नहीं करता हो, तो भी इसकी जानकारी देनी होगी।
इससे पहले गूगल ने भी गुरुवार को घोषणा की थी कि यौन प्रताड़ना और यौन उत्पीड़न के मामलों में कर्मचारियों के लिए कंपनी की मध्यस्थता वैकल्पिक होगी और वे सीधे अदालती कार्रवाई कर सकेंगे। गूगल ने नई यौन प्रताड़ना नीति तब बनाई, जब उसके दुनिया भर के 20,000 से ज्यादा कर्मचारियों ने पिछले हफ्ते कंपनी में यौन उत्पीड़न और कंपनी के शीर्ष अधिकारियों द्वारा किए गए यौन उत्पीड़न के मामलों पर उचित कार्रवाई नहीं करने को लेकर हड़ताल की थी।