गांधीनगर, गुजरात से प्रवासी श्रमिकों को उनके गृहराज्य बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और ओड़िशा ले जाने के लिए आज भी राज्य के अलग अलग स्थानों से नौ विशेष रेलगाड़ियां रवाना हुई।
श्रम एवं नियोजन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा कोरोना संकट और लाॅकडाउन के बीच गुजरात से प्रवासी श्रमिकों की घरवापसी के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी विपुल मित्रा ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिन में कुल दस ऐसी रेलगाड़ियां चलायी गयी हैं जिनमें बिहार, उप्र और ओडिशा के करीब 12000 श्रमिक गये हैं। आज जाने वाली नौ ट्रेन में लगभग 11500 श्रमिकों को भेजा गया है। इनमें से एक अहमदाबाद से बिहार के मुजफ्फरपुर, एक उत्तर प्रदेश के जौनपुर, एक उत्तर गुजरात के पालनपुर से आगरा तथा एक वडोदरा से लखनऊ के लिए रवाना हुई है।
इसमें सवार लोगों का पहले से संबंधित जिला प्रशासन में रजिस्ट्रेशन किया गया था। श्रमिकों के लिए यात्रा के दौरान भोजन और पानी की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की गयी है। सभी श्रमिकों की ट्रेन में सवार होने से पहले भी जांच की गयी। ये सभी नौ रेलगाड़ियां कल तक अपने गंतव्य पर पहुंच जायेंगी। इनमें सुरक्षा का भी पूरा प्रबंध किया गया है। श्री मित्रा ने बताया कि ऐसी रेलगाड़ियों की संख्या बढ़ाने की योजना बनायी गयी है।
आने वाले सात दिनों में ऐसे श्रमिकों की घरवापसी के लिए योजना तैयार करने के निर्देश संबंधित जिला कलक्टरों को दिये गये हैं। सूरत से ओड़िशा की तीन, सूरत से बिहार तथा झारखंड की एक-एक, अहमदाबाद से बिहार की एक, राजकोट से उप्र तथा नडियाद से बिहार की एक यानी कुल आठ श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों को चलाने की भी योजना तैयार की गयी है।