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पूर्व भाजपा विधायक और बेटे बहू के खिलाफ गैर जमानती वारंट

इटावा, उत्तर प्रदेश में इटावा की एक अदालत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्व विधायक सावित्री कठेरिया समेत परिवार के तीन सदस्यों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है।

अपर जिला जज एफएसी शीरीन जैदी ने जमीनी विवाद से जुड़े एक मामले में सुनवाई के दौरान पूर्व विधायक, उनके पुत्र धर्मेन्द्र एवं पुत्रवधू ममता उर्फ गीता के खिलाफ मंगलवार को गैर जमानती वारंट जारी किया और तीनो को 25 मई को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया।

शिकायतकर्ता पूर्व प्रधान अर्जुन सिंह के अधिवक्ता धर्मेंद्र कुमार पांडे ने बुधवार को बताया कि 16 जुलाई 2016 को इकदिल इलाके के महाराजपुर में करीब 4000 वर्ग फुट के एक विशाल भूखण्ड को कब्जा करने को लेकर हुए विवाद में कई लोग घायल हुए थे। इस मामले में अर्जुन सिंह की ओर से दर्ज कराए गए मामले में श्रीमती सावित्री कठेरिया, उनके बेटे धर्मेंद्र कठेरिया पुत्र वधू गीता और ममता ,अवध किशोर ,भानु कठेरिया, ब्रह्मानंद को धारा 147, 327, 506,336,427 और 308 के तहत नामजद कराया गया लेकिन इकदिल पुलिस ने अपनी विवेचना में सावित्री कठेरिया,उनके बेटे धर्मेंद्र ओर पुत्र वधू ममता उर्फ गीता के नाम को हटा दिया जबकि सावित्री कठेरिया के परिवार के ब्रह्मानंद,भानु कठेरिया ओर अवध किशोर के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया था।

पूर्व प्रधान ने पुलिस की इस कार्रवाई को अदालत में चुनौती दी जिसके आधार पर अपर जिला जज ने सावित्री कठेरिया उनके बेटे धर्मेंद्र कठेरिया और उनकी पुत्रवधू गीता और ममता के खिलाफ दर्ज कराए गए मामले को सही मान कर गैर जमानती वारंट जारी कर 25 मई को अदालत में पेश होने के निर्देश दिए गए है।

आरोप है कि 16 जुलाई 2016 को इकदिल थाना इलाके के महाराजपुर गॉव में 4000 वर्ग फुट के विशाल भूखंड पर कब्जे को लेकर हुए विवाद के समय सावित्री कठेरिया ने अपने परिवार के अन्य सदस्यों की मदद से कब्जे की कोशिश की थी लेकिन नाकाम रहने पर विवाद कर दिया जिसमें पूर्व प्रधान अर्जुन सिंह,योगेंद्र, राजेश कुमार पटेल ओर रमाकांत आदि लोग घायल हुए थे । जिस समय यह घटनाक्रम घटित हुआ था उस समय श्रीमती सावित्री कठेरिया भर्थना क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की एमएलए नहीं थी लेकिन साल 2017 में भारतीय जनता पार्टी से वह निर्वाचित घोषित हो गई, 2022 विधानसभा चुनाव में पार्टी हाईकमान ने भरथना सीट से उनका टिकट काटकर के डॉ.सिद्धार्थ शंकर को टिकट दे दिया लेकिन चुनाव नतीज़ों में डॉ.सिद्धार्थ सपा उम्मीदवार राघवेंद्र गौतम से हार गये थे।