नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश की सीमा पर कोई चौकी किसी के भी कब्जे में नहीं है और न ही भारतीय सीमा में कोई घुसा हुआ है।
श्री मोदी ने भारत चीन सीमा की मौजूदा स्थिति पर विचार-विमर्श के लिए बुलाई सर्वदलीय बैठक का समापन करते हुये आश्वस्त किया कि भारतीय सेना किसी भी चुनौती का का सामना करने में सक्षम है और तीनों सेनाएं एक साथ अभियान चला सकती हैं।
श्री मोदी ने कहा,“ न वहां कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में हैं”
लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शहीद हुए सैनिकों का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा,“ लद्दाख में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आंख उठाकर देखा था, उन्हें वे सबक सिखाकर गए।”
श्री मोदी ने कहा कि कोई घटनाक्रम हो, कोई कार्रवाई हो या जवाबी कार्रवाई करनी हो, जल-थल-नभ में हमारी सेनाओं को देश की रक्षा के लिए जो करना है, वह कर रही है।
उन्होंने कहा, “आज हमारे पास यह क्षमता है कि कोई हमारी एक इंच जमीन की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकता। आज भारत की सेनाएं अलग-अलग सेक्टर में एक साथ अभियान करने में भी सक्षम हैं।”
श्री मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में देश ने अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए सीमा क्षेत्र में बुनियादी ढांचा विकसित करने को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि हमारी सेनाओं की दूसरी आवश्यकताओं, जैसे लड़ाकू विमान, आधुनिक हेलीकॉप्टर, मिसाइल डिफेंस सिस्टम आदि पर भी बल दिया गया है। नये बने हुए बुनियादी ढांचे की वजह से खासकर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अब हमारी पेट्रोलिंग की क्षमता भी बढ़ गई है।
पेट्रोलिंग बढ़ने की वजह से अब सतर्कता बढ़ी है और वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हो रही गतिविधियों का समय पर पता चलता है। जिन क्षेत्रों में पहले बहुत नजर नहीं रहती थी, अब वहां भी हमारे जवान, अच्छी तरह से निगरानी कर पा रहे हैं और जवाबी कार्रवाई कर पा रहे हैं।
उन्होंने कहा,“अब तक जिनको कोई पूछता नहीं था, कोई रोकता-टोकता नहीं था, अब हमारे जवान डगर-डगर पर उन्हें रोकते हैं, टोकते हैं तो तनाव बढ़ता है।”