नई दिल्ली, दो हजार के नए नोटों की आपूर्ति नहीं होने से अधिकतर बैंकों के एटीएम से इसकी निकासी नहीं हो रही है। इससे एटीएम के मनी-ट्रे पूरे नहीं भरे जा रहे हैं और एटीएम जल्द खाली हो जा रहे हैं। त्योहारी सीजन में ज्यादा निकासी होने से ग्राहकों को कैश का संकट हो रहा है। क्योंकि एटीएम में एक निश्चित अवधि के बाद कैश भरा जाता है। ऐसे में जिन एटीएम से कैश मिल रहा है, वहां कतार लग जा रही है।
बैंकों अधिकारियों के अनुसार खाताधारकों से शाखाओं में रोजाना जमा राशि में दो हजार के नोटों में 40 से 50 फीसदी की कमी हुई है। जिन शाखाओं में 40 लाख रुपये जमा होते हैं वहां पिछले साल तक 15 से 20 लाख रुपये के करीब दो हजार के नोट होते थे जो अब सात से आठ लाख रुपये तक रह गए हैं। इनमें जो नोट थोड़ी बेहतर स्थिति में होते हैं उन्हें एटीएम में भरा जाता है।
एटीएम से निकाले जा रहे 2000 के नोटों के कैसेट: एसबीआई एटीएम से 2000 के नोटों के कैसेट निकाल रहा है। इसकी जगह 500 रुपये के कैसेट लगाए जाएंगे। लंबे समय से करेंसी चेस्ट में दो हजार के नोट न आने के कारण बैंक यह कदम उठा रहा है। अन्य बैंक भी इस पर विचार कर रहे हैं।
नोटबंदी के बाद साइज बदलने से एटीएम के मनी-ट्रे भी बदले गए। 2000, 500, 200 व 100 के प्रत्येक कैसेट में अधिकतम 2000 की संख्या में नोट आते हैं। 80 फीसदी से ज्यादा एटीएम में 2000 के कैसेट खाली पड़े हैं, जिससे एटीएम में अधिकतम 24 लाख रुपये भरे जा रहे हैं। 500 रुपये के एक कैसेट में दस लाख रुपये, 200 रुपये के कैसेट में चार लाख और 100 रुपये के कैसेट में दो लाख रुपये भरे जा सकते हैं। हालांकि नोटबंदी से पहले नोटों की साइज एक होने से ऐसी दिक्कत नहीं थी।
लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर मिथिलेश कुमार ने कहा कि आरबीआई से छह माह से दो हजार के नोट नहीं आ रहे हैं। बैंक शाखाओं में भी इन नोटों की संख्या कम हुई है। इस कारण बहुत कम एटीएम में भी दो हजार के नोट भरे जा रहे हैं। तीन दिन की छुट्टी को देखते हुए शनिवार को बैंकों ने एजेंसियों को रुपये दिए थे और एटीएम में नोट भरे गए।