राफेल मामले में लोकसभा में राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस
December 18, 2018
नई दिल्ली, राफेल मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भारतीय जनता पार्टी लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस का प्रस्ताव पेश किया है। भाजपा का कहना है कि गत 20 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राहुल ने अपने भाषण से सदन को गुमराह किया और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने सोमवार को लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस का प्रस्ताव पेश किया।अपने नोटिस में ठाकुर ने कहा है कि राहुल ने लड़ाकू विमान राफेल की कीमत की तुलना यूपीए के शासनकाल से की जो कि ‘कल्पना पर अधारित, गलत और पूरी तरह झूठ’ है।
उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए भारत सरकार ने राफेल का सटीक ब्योरा नहीं दिया है लेकिन इसका संकेत दिया है कि 2016 के समझौते के अनुरूप खरीदे जा रहे बुनियादी विमानों की कीमत 9 प्रतिशत सस्ती और हथियारयुक्त विमानों के दाम यूपीए के दौरान की कीमत से 20 प्रतिशत कम है।’
भाजपा सांसद का कहना है राहुल गांधी गलत तरीके से एक सामान्य एयरक्राफ्ट की तुलना हथियारयुक्त एयरक्राफ्ट से करने का प्रयास करते हैं। जाहिर है कि हथियारयुक्त लड़ाकू विमान की कीमत सामान्य एयरक्राफ्ट से अधिक होगी। भाजपा नेता ने कहा कि राहुल जानबूझकर राफेल मामले में झूठ बोल रहे हैं।
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर का कहना है कि गत 20 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राहुल ने अपने भाषण से सदन को गुमराह किया और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
इससे पहले कांग्रेस ने लोकसभा में राफेल मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया। पार्टी ने राज्यसभा में भी विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया था। अपने नोटिस में कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने कहा कि यह प्रधानमंत्री के खिलाफ दिया गया है जो कथित तौर पर उच्चतम न्यायालय और संसद को गुमराह करने के संबंध में है।
कांग्रेस ने सरकार से यह स्पष्टीकरण देने की मांग की कि राफेल मामले में उच्चतम न्यायालय में गलत सूचना क्यों दी गई। शून्यकाल में इस विषय पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि उन्हें विशेषाधिकार हनन के नोटिस मिले है और उनके विचाराधीन हैं।